मुंबई । नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई)के प्रबंधक निदेशक और सीईओ आशीष चौहान ने बुधवार को कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) तेजी से विकसित हो रहा है और वित्तीय क्षेत्र में इसका उपयोग बढ़ रहा है।
इंडिया फिन टेक फोरम (आईएफटीए 2025) के साइडलाइन में मीडिया से बातचीत करते हुए एनएसई के सीईओ ने कहा, “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) एक नई टेक्नोलॉजी है। यह तेजी से विकसित हो रही है और इसका इस्तेमाल भी है। आने वाले समय में सभी क्षेत्र में इसका उपयोग होगा।”
उन्होंने आगे कहा, “वित्तीय क्षेत्र में हमेशा से नई टेक्नोलॉजी का उपयोग होता है और इस कारण मौजूदा समय में एआई का इस्तेमाल भारत में सबसे ज्यादा वित्तीय क्षेत्र में हो रहा है।”
इसके अतिरिक्त, भारत-रूस संबंधों पर बोलते हुए चौहान ने कहा कि दोनों देश के बीच 80 वर्षों से काफी मजबूत संबंध हैं। रक्षा क्षेत्र में तो दोनों देशों के बीच काफी काम हुआ है और अब वित्तीय क्षेत्र में भी संबंध तेजी से आगे बढ़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि रूस की सबसे बड़ी सर्बैंक ने निफ्टी 50 इंडेक्स का ईटीएफ भी लॉन्च किया है, जिससे रूसी निवेशक सीधे भारतीय शेयर बाजार में निवेश कर पाएंगे। साथ ही, इस दौरे पर कृषि के क्षेत्र में काफी समझौते हुए हैं। इससे दोनों देश के बीच व्यापार आने वाले समय में काफी मजबूत होगा।
भारत एआई के क्षेत्र में तेजी से कदम बढ़ा रहा है और दुनिया के सबसे आकर्षक एआई निवेश गंतव्यों में बदल रहा है। दुनिया की तीन दिग्गज ग्लोबल टेक कंपनियों (अमेजन, माइक्रोसॉफ्ट और गूगल) ने मिलकर भारत में कुल 67.5 अरब डॉलर (करीब 5.6 लाख करोड़ रुपए) का निवेश करने की घोषणा की है।
अमेजन ने कहा कि वह वर्ष 2030 तक भारत में 35 अरब डॉलर से अधिक का निवेश करेगी। वहीं, माइक्रोसॉफ्ट ने भी बड़ा कदम उठाते हुए 2026 से 2029 के बीच 17.5 अरब डॉलर निवेश करने की प्रतिबद्धता जताई है।
गूगल ने भी बड़ा ऐलान किया है कि वह विशाखापत्तनम (विजाग) में एक अत्याधुनिक एआई हब बनाने के लिए 15 अरब डॉलर का निवेश करेगी।
–आईएएनएस











