नई दिल्ली । इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने भारत-इजराइल रणनीतिक साझेदारी में निरंतर प्रगति पर संतोष व्यक्त किया और पारस्परिक लाभ के लिए इन संबंधों को और मजबूत करने की प्रतिबद्धता को दोहराया।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की तरफ से बताया गया कि दोनों नेताओं ने आतंकवाद की कड़ी निंदा की और आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के प्रति अपनी जीरो टॉलरेंस नीति को दोहराया।
उन्होंने पश्चिम एशिया की स्थिति पर भी विचार-विमर्श किया। प्रधानमंत्री मोदी ने गाजा शांति योजना के शीघ्र कार्यान्वयन सहित क्षेत्र में न्यायपूर्ण और स्थायी शांति के प्रयासों के लिए भारत के समर्थन की पुष्टि की। दोनों नेताओं ने संपर्क में रहने पर सहमति व्यक्त की।
बता दें कि दोनों देशों के संबंध लगातार आगे बढ़ रहे हैं। इसी क्रम में पिछले महीने के अंत में केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने इजरायल की अपनी सफल यात्रा पूरी की, जिसके दौरान उन्होंने भारत-इजरायल रणनीतिक और आर्थिक साझेदारी को मजबूत करने के उद्देश्य से कई उच्च स्तरीय बैठकें कीं। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, इस यात्रा ने दोनों देशों के आर्थिक संबंधों को गहरा करने, प्रौद्योगिकी आधारित सहयोग को गति देने और रणनीतिक महत्व के क्षेत्रों में साझेदारी का विस्तार करने की दृढ़ प्रतिबद्धता की पुष्टि की, जो भारत-इजरायल संबंधों के अगले चरण में एक महत्वपूर्ण कदम है।
20 से 22 नवंबर तक अपनी यात्रा के दौरान गोयल ने तीन इजरायली मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय बैठकें कीं और इजरायल के राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग और प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से भी मुलाकात की।
गोयल की इजराइल के अर्थव्यवस्था और उद्योग मंत्री नीर बरकत के साथ हुई चर्चा में मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर विचार-विमर्श हुआ। एक महत्वपूर्ण बात यह रही कि भारत-इजराइल मुक्त व्यापार समझौते के लिए संदर्भ शर्तों पर हस्ताक्षर किए गए, जो संतुलित और पारस्परिक रूप से लाभकारी परिणाम के लिए संरचित वार्ता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इजराइल के वित्त मंत्री बेजलेल स्मोट्रिच के साथ हुई चर्चा में अवसंरचना, खनन और इजराइल में भारतीय श्रमिकों के लिए अवसरों पर विचार-विमर्श हुआ, जबकि इजराइल के कृषि मंत्री एवी डिक्टर के साथ हुई चर्चा में इजराइल की दीर्घकालिक खाद्य सुरक्षा रणनीति, बीज सुधार प्रौद्योगिकियों और कृषि जल पुन: उपयोग में नेतृत्व पर बात हुई।
–आईएएनएस











