कभी ख़िरद कभी दीवानगी ने लूट लिया तरह तरह से हमें ज़िंदगी ने लूट लिया –हफ़ीज़ बनारसी
March 8, 2023
कोई समझे तो एक बात कहूँ इश्क़ तौफ़ीक़ है गुनाह नहीं –फिराक़ गोरखपूरी
January 28, 2023
जहाँ भी देखा वहीँ पाया तुझको जान-ए-विसालतेरी निगाह का परतो कहाँ कहाँ न मिला —-मसूद हुसैन (आज उर्दू के मशहूर साहित्यकार और शायर मसूद हुसैन की १०४ वीं जयंती हैl)
January 24, 2023
प्यार किया है कि सौदा कोई ! तुझे पाया है सबकुछ खोने के बाद !! — शम्स परवेज़
January 15, 2023
हाँ याद मुझे तुम कर लेना आवाज़ मुझे तुम दे लेनाइस राह-ए-मोहब्बत में कोई दरपेश जो मुश्किल आ जाए –बहज़ाद लखनवी
January 3, 2023
हमको मालूम है जन्नत की हकीकत लेकिन दिलके बहलाने को “ग़ालिब” यह ख्याल अच्छा है —मिर्ज़ा ग़ालिब
January 3, 2023
देखो ये मेरे ख़्वाब थे देखो ये मेरे ज़ख़्म हैंमैं ने तो सब हिसाब-ए-जाँ बर-सर-ए-आम रख दिया –अहमद फ़राज़
December 23, 2022
दुश्मनी जम कर करो लेकिन ये गुंजाइश रहेजब कभी हम दोस्त हो जाएँ तो शर्मिंदा न हों–बशीर बद्र
December 23, 2022
दिल ना-उमीद तो नहीं नाकाम ही तो है लम्बी है ग़म की शाम मगर शाम ही तो है –फैज़ अहमद फ़ैज़