बिहार मंडप में मधुबनी चित्रकारी करती पद्मश्री पुरस्कार विजेता दुलारी देवी
नई दिल्ली : देश की राजधानी दिल्ली में अंतरराष्टीय ट्रेड फेयर का आयोजन हो रहा है।14 नवंबर से 27 नवंबर तक चलने वाले इस मेले में देश के लगभग सभी प्रदेशो ने अपने स्टॉल लगाये है, लेकिन बिहार का स्टॉल अपनी एक अलग छवि प्रस्तुत कर रहा है।
बिहार की मधुबनी, उसकी संस्कृति, संस्कार, खान-पान और पहनावा का डंका बिहार पवेलियन में बज रहा है। एक तरफ लिट्टी-चोखा का स्वाद तो एक तरफ पद्मश्री पुरस्कार विजेता दुलारी देवी की मधुबनी अपनी चमक बिखेर रही है।
कोरानाकाल में एक साल के अंतराल के बाद आयोजित हो रहे अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में इस वर्ष प्रगति मैदान के हाल नं 2 में पार्टनर स्टेट के रूप में 400 वर्गमीटर में बिहार मंडप लगाया गया है। दिल्ली के प्रगति मैदान में 14 से 27 नवम्बर तक चलने वाले अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में बिहार मंडप को इस बार आई.टी.पी.ओ. द्वारा इस वर्ष मेले की थीम ‘आत्मनिर्भर भारत’ के अनुरूप नायाब रूप दिया गया है।
इस बार बिहार पवेलियन में हेंडलूम और हेंडीक्राफ्ट के 41 स्टाल है। इन स्टॉलों पर बिहार के पारंपरिक हस्तकलाओं एवं हस्तकरघा उत्पाद जिनमें नालंदा का बाबन बूटी, भागलपुर का सिल्क, मिथिलांचल का मधुबनी पेंटिंग, पटना की टीकुली कला इत्यादि को स्थान दिया गया।
बिहार मंडप के प्रवेश द्वार के एक भाग के दीवार पर मिथिला पेंटिंग में सीता स्वयंवर के मनोरम दृष्य को दिखाया गया है। इसके लिए राज्य पुरस्कृंत बिहार मिथिला पेंटिंग कलाकार ममता झा एवं सरोज कुमार झा के नेतृत्व में बिहार से विशेष तौर पर 10 कलाकार बुलाए गए थे।इस पूरे मेले में बिहार मंडप अपनी एक अलग छवि प्रस्तुत कर रहा है।
——— इंडिया न्यूज़ स्ट्रीम