नई दिल्ली : “खूब लड़ी मर्दानी वो तो झांसी वाली रानी थी “जैसी अमर पंक्तियां लिखनेवाली महान कवयित्री एवम स्वतंत्रता सेनानी सुभद्रा कुमारी चौहान पर आधारित नाटक से 28 जून को एनएसडी रंगमंडल के” समर थिएटर फेस्टिवल” का उद्घाटन होगा।
16 अगस्त 1904 में प्रयागराज के निकट एक गांव में जन्मी सुभद्रा जी आज़ादी की लड़ाई में 3 बार जेल भी गयी थी।
एनएसडी ने निदेशक रामचन्द्र गौड़ ने आज पत्रकारों को बताया कि संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित रंगकर्मी भारती शर्मा द्वारा निदेशित नाटक खूब लड़ी मर्दानी सुभद्रा की जुबानी नामक नाटक से ग्रीष्मकालीन नाट्य समारोह का शुभारंभ होगा।यह नाटक एनएसडी से जुड़े रंगकर्मी आसिफ अली ने लिखा है।
उन्होंने बताया कि यह समारोह 4 जुलाई तक चलेगा।इसमें ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित दिवंगत लेखिका महाश्वेता देवी की कहांनी पर आधारित नाटक “बयान” भी होगा जिसका निर्देशन उषा गांगुली ने किया है. गौरतलब है कि कोविड के दौरान उषा गांगुली का इंतकाल हो गया ।इस समारोह का एक और मुख्य आकर्षण पदम् श्री से सम्मानित प्रख्यात ग़ज़ल गायिका एवं रंगकर्मी प्रोफेसर रीता गांगुली का नाटक “अभिज्ञान शाकुंतलम्” भी है जो महाकवि कालिदास के नाटक पर आधारित एक कालजयी नाटक है। इस नाट्य समारोह में मशहूर रंगकर्मी पदम् श्री राम गोपाल बजाज द्वारा निर्देशित दो नाटक “अंधा युग”और “लैला मजनूं” का भी मंचन होगा।इसके साथ राजस्थानी के प्रख्यात लेखक विजय दान देथा की कहांनी पर आधारित नाटक”माई री मैँ का से कहूं” भी होगा जिसका निर्देशन अजय कुमार ने किया है।दो और नाटक ताज़महल का टेंडर और अभिज्ञान शाकुंतलम भी होगा जिसका निर्देशन क्रमशाह चितरंजन त्रिपाठी और रीता गांगुली ने किया है।
ये सारे नाटक एनएसडी के अभिमन्च सभागार में होंगे और book my टिकट से टिकट बुक करा सकते हैं।
––इंडिया न्यूज स्ट्रीम