कोलकाता । एशिया कप 2025 का शेड्यूल जारी कर दिया गया है। 14 सितंबर को भारत और पाकिस्तान के बीच मैच खेला जाना है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद पहली बार भारत और पाकिस्तान कोई मैच खेलते नजर आएंगे। भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी मनोज तिवारी इस मैच को लेकर खुश नहीं हैं।
आईएएनएस से बात करते हुए मनोज तिवारी ने कहा, “भारत का नागरिक और खिलाड़ी होने के नाते मैं नहीं चाहता कि ये मैच हो। पहलगाम आतंकी हमले के बाद हमें पाकिस्तान के साथ खेलने की सोच नहीं रखनी चाहिए। निर्दोष लोग मरे, जंग हुई, जवान शहीद हुए। इतना सबकुछ होने के बाद हम पाकिस्तान के साथ कैसे खेल सकते हैं।”
उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है। हर बार आतंकी घटना होती है। निर्दोष लोग मारे जाते हैं। कुछ समय के लिए विरोध होता है। फिर एशिया कप और आईसीसी टूर्नामेंट में भारत-पाकिस्तान खेलने लगते हैं। मैं नहीं चाहता कि भारतीय टीम पाकिस्तान के साथ खेले। मैं मानता हूं कि खेल जीवन से ज्यादा अहम नहीं है।
तिवारी ने कहा कि खिलाड़ी भी पाकिस्तान के साथ नहीं खेलना चाहते, लेकिन बोर्ड से अनुबंधित होने की वजह से सार्वजनिक रूप से कुछ नहीं बोल सकते। खिलाड़ी बीसीसीआई के निर्देश के मुताबिक ही चलते हैं। बीसीसीआई को केंद्र सरकार से निर्देश मिलता है। भारत-पाकिस्तान के बीच होने वाले मैच का निर्णय भी केंद्र सरकार से सहमति मिलने के बाद ही बीसीसीआई द्वारा लिया गया होगा।
एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी का कहना है कि जब पाकिस्तान के साथ व्यापार नहीं कर रहे हैं, पानी नहीं दे रहे हैं, मैच कैसे खेल सकते हैं। इस पर तिवारी ने कहा कि सभी इस पर अपनी-अपनी राय दे रहे हैं। मैंने भी अपना पक्ष रखा। अगर मुझे निर्णय लेना होता, तो मैं कभी भी इस मैच की अनुमति नहीं देता। जीवन अहम है। हम अपने शहीद जवानों की शहादत को इतनी आसानी से इतनी जल्दी भूलकर मैच कैसे खेल सकते हैं।
तिवारी ने कहा कि सिर्फ रेवेन्यू की सोच आगे रखते हुए भारत-पाकिस्तान मैच नहीं होना चाहिए। हम ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड या साउथ अफ्रीका के साथ त्रिकोणीय सीरीज खेल सकते हैं। इससे भी राजस्व आएगा।
—आईएएनएस