देश के 150 से अधिक जाने माने बुद्धिजीवी, कलाकारों और पत्रकारों ने मशहूर फिल्म अभिनेता नसीरुद्दीन शाह औरप्रख्यात शायर और गीतकार जावेद अख्तर द्वारा तालिबान और मुस्लिम कट्टरपंथियों के खिलाफ दिए गए बयान का समर्थन किया है और इस मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी तथा संघ परिवार से जुड़े लोगों की धमकियों और हिंसा का कड़ा विरोध किया है।
एडमिरल रामदास, सुप्रसिद्ध अर्थ शास्त्री प्रभात पटनायक , इतिहासकर के एम श्रीमाली ,मशहूर राजनीति शास्त्री जोया हसन, जानी मानी – रंगकर्मी अनुराधा कपूर सुप्रसिद्ध कला समीक्षक गीता कपूरप्रसिद्ध चित्रकार विवान सुंदरम ,फिल्म निर्माता मीरा दीवान राम पुनियानी पत्रकार जफर आगा इरफान इंजीनियर समेत कई बुद्धिजीवियों ने आज एक संयुक्त बयान पर हस्ताक्षर कर यह विरोध जताया है।
उनका कहना है कि नसरुद्दीन शाह और जावेद अख्तर ने मुस्लिम कट्टरपंथियों तथा तालिबान के बारे में जो बयान दिए हैं, वह उनका अधिकार है लेकिन भाजपा और तथा संघ परिवार ने जिस तरह उन दोनों के खिलाफ निंदा अभियान छेड़ रखा है और जिस तरह उन्हें धमकियां दी जा रही है वह निंदनीय है ।हम उसका कड़ा प्रतिवाद करते हैं। गौरतलब है कि श्री जावेद अख्तर द्वारा तालिबान और और संघ परिवार की मानसिकता की तुलना किए जाने पर कुछ दिनों से बड़ा विवाद खड़ा हो गया है।
भाजपा तथा संघ परिवार ने जावेद अख्तर के न केवल पुतले जलाए बल्कि उनकी फिल्मों को रिलीज ना होने देना की धमकी दी है तथा उनकी फिल्मों का बहिष्कार करने का आह्वान भी किया है।
श्री नसरुद्दीन शाह के के बयान पर भी काफी हंगामा मचा है जिसमें उन्होंने भारतीय इस्लाम को तालिबान तथा कट्टरपंथी इस्लाम से अलग रास्ते पर चलने का आह्वान किया था गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर न केवल इन दोनों को ट्रोल किया जा रहा है बल्कि उन्हें धमकाया और प्रताड़ित भी किया जा रहा है।
बयान में कहा गया है कि श्री अख्तर ने एनडीटीवी को जो इंटरव्यू दिया है उसमें उन्होंने पूरी संवेदना और सफाई के साथ अपनी बात रखी है जिसमें उन्होंने दक्षिणपंथी ताकतों चाहे वह हिंदू हो मुस्लिम हो ईसाई धर्म हो सबमे कट्टरपंथी मानसिकता की आलोचना की है।
बयान में कहा गया है कि इन दक्षिणपंथी लोगों का चेहरा तब और उजागर हो जाता है जब वे महिलाओं के बारे में बात करते हैं। तालिबान और दक्षिणपंथी मानसिकता बिल्कुल एक जैसी है।
बयान में कहा गया है कि श्री शाह पहले भी यही विचार रखते आएं हैं।उन्होंने अपने वीडियो क्लिप में भारतीय इस्लाम को अपना अड़ियल रुख त्याग कर आधुनिक रवैया अपनाने की अपील की है।उनका यह वीडियो पिछले दिनों खूब वायरल हुआ है।
बयान पर शबनम हाशमी कुर्बान अली तीस्ता सीतलवाड़ आनंद पटवर्धन एम के रैना आदि के भी हस्ताक्षर हैं।
इंडिया न्यूज स्ट्रीम