नई दिल्ली । कांग्रेस नेता अजय कुमार लल्लू ने बांग्लादेश में हिंदुओं में पर हो रहे हमले को चिंताजनक बताते हुए केंद्र सरकार से इसे रोकने की दिशा में कदम उठाने की अपील की।
उन्होंने शुक्रवार को समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में सवाल उठाया कि आखिर केंद्र सरकार इस दिशा में किसी भी प्रकार का कदम क्यों नहीं उठा रही है। यह सरकार दावा करती है कि अब हम विश्व गुरु बनने की दिशा में अग्रसर हैं। हम पूरे विश्व को एक परिवार के रूप में देखते हैं और उसके कल्याण के बारे में सोचते हैं, तो ऐसी स्थिति में केंद्र सरकार को चाहिए कि वह सामने आकर बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हो रहे हमले की दिशा में कोई ठोस कदम उठाए, जिसके परिणामस्वरूप धरातल पर सकारात्मक नतीजे देखने को मिलें।
कांग्रेस नेता अजय कुमार लल्लू ने कहा कि आखिर ऐसी क्या वजह है कि केंद्र सरकार बांग्लादेश को आंख नहीं दिखा पा रही है। केंद्र सरकार को अपनी सेना बांग्लादेश में भेजना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वहां पर किसी भी हिंदू समुदाय को निशाना नहीं बनाया जाए। यह दुर्भाग्य की बात है कि बांग्लादेश में लगातार हिंदू समुदाय के लोगों को निशाना बनाया जा रहा है, लेकिन केंद्र सरकार की ओर से किसी भी प्रकार का सकारात्मक कदम नहीं उठाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि मेरा सीधा सा सवाल है कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमले को लेकर किसी भी प्रकार का कदम नहीं उठाया जा रहा है। अभी तक इस संबंध में मौजूदा सरकार की ओर से किसी भी प्रकार की वार्ता भी नहीं की गई है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि यह एक प्रकार का दोहरा पैमाना ही है, जहां पर सभी संगठन की ओर से बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमले के मामले में लगातार विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है, लेकिन सरकार से इस संबंध में सवाल नहीं पूछा जा रहा है। आखिर इस दोहरे पैमाने के पीछे की वजह क्या है? इस संबंध में पूरी वस्तुस्थिति यथाशीघ्र स्पष्ट होनी चाहिए।
अजय कुमार लल्लू ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के रुख पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि इनके मंत्री खुद को बहुत बड़े नेता के रूप में लोगों के बीच स्थापित करने की जद्दोजहद में लगे रहते हैं, लेकिन अफसोस की बात है कि अब तक इन लोगों ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमले के संबंध में किसी भी प्रकार का कोई कदम नहीं उठाया है, जिससे वहां पर स्थिति दुरुस्त हो सके। हम सभी लोग बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे मामले में केंद्र सरकार के साथ खड़े हैं।
–आईएएनएस











