हिंदी पखवाड़े के दौरान 28 देशों के 500 से अधिक कवियों ने 15 दिन तक लगातार 24 घण्टे काव्य पाठ कर एक विश्व कीर्ति मान बनाया है।
यूट्यूब और फेसबुक के इतिहास में यह पहला अवसर है जब कोई कार्यक्रम 15 दिन तक लगातार बिना रुके हुआ हो।
अंतरराष्ट्रीय अबाध कविता पाठ का आयोजन मुंबई के नरेश चंद्र जोशी ने फेसबुक पेज एवं यूट्यूब चैनल पर किया। इसे वर्ल्ड बुक आफ रिकार्ड्स, लंदन में स्थान दिया गया है। यह किसी भी भाषा का विश्व का सबसे लम्बा काव्य पाठ है।
“माँ भारती कविता महायज्ञ” नामक इस कार्यक्रम में 100 से अधिक संचालक थे। भारत सहित 28 देशों के हिन्दी कवियों ने काव्य पाठ किया।
इस अनूठे काव्यपाठ के अध्यक्ष एवं व्यंगकार तथा दिल्ली विश्विद्यालय से अवकाश प्राप्त हिंदी शिक्षक हरीश नवल ने बताया कि इस काव्य पाठ की शुरुआत 31 अगस्त से हुई और पन्द्रह दिन तक निरंतर 24 घंटे चलता रहा और 14 सितंबर को (हिंदी दिवस) रात 8 बजे समाप्त हुआ। 24 घंटों को 6-6 घंटे के स्लॉट में बांटा गया था। हर सत्र में दो संचालक और 8 से 10 प्रतिभागी थे।
उन्होंने बताया कि हर एक स्लॉट के अंत में बिना स्क्रीन ऑफ किए लाइव जारी रखते हुए दूसरे स्लॉट के संचालक जुड़ जाते थे और प्रतिभागियों को जोड़ते थे।
उन्होंने बताया कि हम लोग इसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज कराना चाहते थे पर उनकी फीस अधिक है जो हम जमा नहीं कर सकते तब हमने लंदन की संस्था वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड से सम्पर्क किया। उसने 15 दिन तक लगातार हमारे कार्यक्रम की निगरानी की और हमें अभिप्रमाणित किया। हमने उसके लोगो का भी इस्तेमाल किया।
कविता पाठ के विश्व कीर्तिमान के एतिहासिक अंतर्राष्ट्रीय आयोजन में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए देश के विभिन्न राज्यों से, शहरों से, गांवों-कस्बों से अपनी सहभागिता देकर हिंदी पखवाड़े के इस अवसर पर राष्ट्रभाषा हिंदी को पूरे विश्व में गौरवान्वित किया।
विश्व कीर्तिमान बनाने के लिए इसका बाकायदा रजिस्ट्रेशन हुआ है और विश्व कीर्तिमान का इनको लोगो मिला हुआ है और जो प्रत्येक प्रतिभागी को एक प्रमाण पत्र एक सर्टिफिकेट के रूप में प्राप्त होगा। और इसमें एक खास बात यह है कि फेसबुक और यूट्यूब के इतिहास में भी इतना लंबा लाइव सेशन पहली बार हुआ।