नई दिल्ली। हिंदी की प्रख्यात लेखिका मन्नू भंडारी का आज गुरुग्राम के एक अस्पताल में निधन हो गया। वह 91 वर्ष की थीं। उनके परिवार में उनकी उनकी बेटी रचना यादव हैं।
श्रीमती भंडारी हिंदी के प्रसिद्ध लेखक संपादक स्वर्गीय राजेन्द्र यादव की पत्नी थी।
3 अप्रैल 1930 को मध्यप्रदेश के भानपुरा में जन्मी मन्नू भंडारी कोलकत्ता के शिक्षायतां कॉलेज और दिल्ली विश्विद्यालय के मिरांडा कालेज में प्राध्यापक थीं।
धर्मयुग’ में धारावाहिक रूप से प्रकाशित उपन्यास ‘आपका बंटी’ से उन्हें अपार लोकप्रियता मिली। उनकी चर्चित कहानियों में एक प्लेट सैलाब (19962, मैं हार गई (1957), तीन निगाहों की एक तस्वीर,यही सच है (9166),त्रिशंकु, आंखों देखा झूठ, अकेली शामिल हैं।
इसके अलावा उन्होंने एक नाटक ‘बिना दीवारों का घर’ (1966) भी लिखा था।
उनकी कहानियों पर कई फिल्में बनी जिनमें रजनीगन्धा काफी लोकप्रिय हुई थी। उनका उपन्यास महाभोज भी काफी चर्चित हुआ जिस पर नाटकों के कई शो हुए।
उन्हें दिल्ली हिंदी अकादमी का शलाका सम्मान समेत कई पुरस्कार भी मिले थे।
इंडिया न्यूज स्ट्रीम











