नई दिल्ली।”झांसी की रानी” नामक कविता से अमर होनेवाली राष्ट्रवादी कवयित्री एवम स्वतंत्रता सेनानी सुभद्रा कुमारी चौहान के जीवन पर कल राजधानी में नाटक का प्रदर्शन होगा।
आज़ादी के 75 साल होने के अवसर पर संस्कृति मंत्रालय द्वारा आयोजित आज़ादी महोत्सव के अंतर्गत इस नाटक प्रदर्शन आयोजित किया जा रहा है।
राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय कल दो दिन “खूब लड़ी मर्दानी सुभद्रा की जुबानी” नाम से इस नाटक का प्रदर्शन करेगा। नाटक का निर्देशन भारती शर्मा ने किया है।
16 अगस्त 1904 में इलाहाबाद में जन्मी सुभद्रा कुमारी चौहान आज़ादी की लड़ाई में अपनेस्वतंत्रता सेनानी पति के साथ दो बार जेल भी गयी थीं। 1921 के असहयोग आंदोलन औऱ 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में वह जेल गयी थी। उनका निधन मध्यप्रदेश के सिवनी में एक कार दुर्घटना में 1948 में हो गया था। वह महादेवी वर्मा के साथ इलाहाबाद में स्कूल में पढ़ती थी।उन्होंने कविता के अलावा कहानियां भी लिखी थीं और सेंट्रलप्रोविंस की लेजिस्लेटिव असेम्बली की सदस्य थी।