नई दिल्ली: हिन्दी भाषा एक ऐसी भाषा जिसकी पहचान भारतवर्ष ही नहीं पूरी दुनिया में हो चुकी है। हिंद और हिन्दुस्तान की पहचान ही हिंदी से है। हमारे देश में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा हिंदी है। जब बात दुनिया की सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषाओं की होती है तो हिंदी का नाम जरूर लिया जाता है।
हिन्दुस्तान में इसे राष्ट्रभाषा का दर्जा हासिल है, राष्ट्रभाषा के प्रचार और प्रसार के लिए ही 14 सितंबर को हिन्दी दिवस के रूप में मनाया जाता है। हिंदी के प्रचार के लिए तत्कालीन भारतीय सरकार ने 14 सितंबर 1949 से हर साल 14 सितम्बर को हिंदी दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया था। भारत में ज्यादातर क्षेत्रों में हिन्दी बोली जाती है इसलिए केन्द्र सरकार की कामकाज की भाषा हिन्दी होनी चाहिए।
जिस हिन्दी को आज हम बोलते-सुनते-पढ़ते हैं, वो 3400 साल में बनी है। 1500 ईसा पूर्व में हिन्दी की मां कही जाने वाली संस्कृत की शुरुआत हुई थी। 1900 ईसवी में हिन्दी खड़ी बोली में लिखना-पढ़ना शुरू किया गया।
दरअसल, इंसान कम प्रयास से अधिक फायदा पाना चाहता है। जैसे सत्येंद्र को सतेंद्र, सतेंद्र को सतेन और अगर संभव रहे तो सतेन को सिर्फ सत्तू बोलकर काम चलाना चाहता है। हिन्दी के भाषा बनने की वजह यही आसानी है।
आजादी के पहले हमारा देश बहुभाषी देश था। जब कोई देश आजाद होता है तो सर्वप्रथम तीन बातें आवश्यक होती हैं। एक उसका राष्ट्रध्वज। दूसरा उसकी राष्ट्रभाषा और तीसरा राष्ट्रवाद। भारत जैसे बहुभाषी देश के लिए जब राष्ट्रभाषा की बात आई तब बहुत सारे प्रश्न खड़े हो गए। इसके बाद 14 सितंबर को हिन्दी को राजभाषा का दर्जा दिया गया। इस दिन को महत्वस के साथ याद करना इसलिए जरूरी है, क्योंइकि अंग्रेजों से आज़ाद होने के बाद यह देशवासियों की स्वागधीनता की एक निशानी भी है।
साल 1947 में जब भारत आजाद हुआ तो देश के सामने राजभाषा को लेकर एक सवाल खड़ा हो गया है। क्योंकि भारत विविधताओं का देश है, यहां सैकड़ों भाषा और बोलियां बोली जाती है। राष्ट्रभाषा के रूप में किस भाषा को चुना जाए ये बड़ा प्रश्नह था। काफी विचार के बाद हिंदी और अंग्रेजी को नए राष्ट्र की भाषा चुना गया।
14 सितंबर 1949 को संविधान सभा ने एक मत से निर्णय लिया कि हिंदी भारत की राजभाषा होगी। प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने इस दिन के महत्व देखते हुए हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाए जाने का ऐलान किया था।
———— इंण्डिया न्यूज़ स्ट्रीम