नोएडा । मतदाता सूची के एसआईआर में लापरवाही बरतने पर बड़ी कार्रवाई की गई है। जेवर क्षेत्र में एसआईआर में देरी और गणना प्रपत्रों की प्रक्रिया को धीमा करने के आरोप में 17 बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। यह कार्रवाई एसडीएम के आदेश पर की गई।
जानकारी के अनुसार, मतदाता सूची के एसआईआर प्रक्रिया के दौरान गणना फॉर्म्स भरवाने का काम बेहद धीमी गति से चल रहा था, जिससे निर्वाचन संबंधी प्रक्रिया प्रभावित हो रही थी। प्रशासन के बार-बार निर्देशों के बाद भी बीएलओ अपने निर्धारित दायित्वों को सही ढंग से पूरा नहीं कर रहे थे।
एसआईआर अभियान के तहत लोगों से गणना प्रपत्र भरवाने का काम 4 नवंबर से 4 दिसंबर तक चल रहा है। लेकिन अब तक 1 लाख से कम लोग, यानी कुल संख्या का केवल 25 प्रतिशत ही अपना विवरण जमा कर सके हैं।
निर्देशों के अनुसार बीएलओ को घर-घर जाकर फॉर्म भरवाने की जिम्मेदारी दी गई थी, ताकि कोई भी मतदाता सूची से बाहर न रह जाए और सभी जानकारी सही तरीके से अपडेट हो सके।
प्रशासन ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि एसआईआर प्रक्रिया में किसी भी तरह की लापरवाही या धीमी गति कदापि बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके बावजूद सुधार न होने पर यह सख्त कदम उठाया गया।
अधिकारियों के अनुसार, समयसीमा के भीतर कार्य पूरा करने के लिए अब निगरानी और तेज की जाएगी तथा बीएलओ पर लगातार नजर रखी जाएगी।
एसआईआर प्रक्रिया के जरिए नई मतदाता सूची का सत्यापन किया जाता है। नए वोटर जोड़े जाते हैं। मृत या स्थानांतरित मतदाताओं का नाम हटाया जाता है। पता में परिवर्तन एवं अन्य सुधार किए जाते हैं।
एफआईआर दर्ज होने के बाद माना जा रहा है कि एसआईआर अभियान की गति बढ़ेगी। प्रशासन का कहना है कि यह कार्रवाई अन्य कर्मियों के लिए चेतावनी है। मतदाता सूची का काम पूर्ण पारदर्शिता और समय सीमा के भीतर पूरा होना जरूरी है।
–आईएएनएस











