नई दिल्ली । दिल्ली की नई सरकार ने जलभराव की समस्या से निपटने के लिए सक्रियता दिखाते हुए अहम कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने आज राजधानी में ड्रेनेज सिस्टम का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि इस बार सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि बारिश के दौरान जलभराव की समस्या न हो।
निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा, “हम केवल दफ्तरों में बैठकर फैसले नहीं कर रहे, बल्कि खुद ग्राउंड पर उतरकर स्थिति का आकलन कर रहे हैं। दिल्ली की जनता को जलभराव से राहत मिले, इसके लिए पूरी योजना तैयार की जा रही है।”
निरीक्षण के दौरान यह सामने आया कि कई इलाकों में ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह अव्यवस्थित है। जहां बड़े चैंबर होने चाहिए थे, वहां वे नहीं बनाए गए। कई जगहों पर ड्रेनेज की गहराई और चौड़ाई पर्याप्त नहीं है, जिससे पानी की निकासी प्रभावित हो रही है। मुख्यमंत्री गुप्ता ने अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि किसी भी प्रोजेक्ट की कम से कम 100 साल की प्लानिंग होनी चाहिए, लेकिन कुछ ही वर्षों में इनकी हालत खराब हो चुकी है।
मुख्यमंत्री और उपराज्यपाल ने बारापुला, सुनहरी नाला और दयाल सिंह ड्रेनेज का जायजा लिया और अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि जलभराव वाले इलाकों की तुरंत पहचान कर सफाई अभियान तेज किया जाए। बड़े ड्रेनेज चैंबर बनाए जाएं, ताकि भविष्य में जेसीबी मशीनें भी सफाई के लिए इस्तेमाल की जा सकें। ड्रेनेज की मोटाई और गहराई की जांच हो, ताकि बारिश के दौरान पानी का बहाव सुचारू रूप से हो सके।
उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने कहा, “नई सरकार दिल्ली की जनता से किए गए वादों को निभाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि इस बार बारिश के दौरान जलभराव की समस्या न हो। सभी विभागों को आदेश दिए गए हैं कि तेज गति से काम करें और जलभराव की समस्या को खत्म करें।”
–आईएएनएस