चाईबासा । झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के सारंडा जंगल क्षेत्र में शुक्रवार को नक्सलियों द्वारा जमीन के नीचे लगाए गए आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) के विस्फोट से एक युवती की मौत हो गई, जबकि दो महिलाएं गंभीर रूप से घायल हो गईं।
घायलों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना की पुष्टि जिले के पुलिस अधीक्षक अमित रेणु ने की है। विस्फोट के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। पुलिस और अर्धसैनिक बलों की टीमें मौके पर पहुंचकर पूरे क्षेत्र को सील कर सर्च ऑपरेशन चला रही हैं।
प्रारंभिक आशंका है कि आईईडी नक्सलियों द्वारा सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के उद्देश्य से लगाया गया था, लेकिन ग्रामीणों के उस पर पैर पड़ जाने से विस्फोट हो गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जराईकेला थाना क्षेत्र के कोलभोंगा जंगल में ग्रामीण लकड़ी और पत्ता संग्रह के लिए पहुंचे थे। इसी दौरान जोरदार धमाका हुआ और तीन महिलाएं इसकी चपेट में आ गईं। प्रशासन ने अभी मृतका की पहचान आधिकारिक रूप से जारी नहीं की है।
पश्चिमी सिंहभूम के एसपी अमित रेणु ने बताया कि कोलभोंगा और बिंदिकिरी जंगल क्षेत्र में नक्सलियों द्वारा सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के लिए जगह-जगह आईईडी बिछाए गए थे। शाम के समय ग्रामीण महिलाएं इसी क्षेत्र से गुजर रही थीं और विस्फोटक की चपेट में आ गईं।
उन्होंने कहा कि नक्सलियों की कायराना हरकत निर्दोष ग्रामीणों की जान ले रही है। सुरक्षा बलों द्वारा क्षेत्र में लगातार सर्च अभियान चलाया जा रहा है। हाल के दिनों में सारंडा क्षेत्र में आईईडी से जुड़ी घटनाएं बढ़ी हैं। इससे पहले भी जंगल में आईईडी विस्फोट की कई घटनाओं में सुरक्षा बलों तथा ग्रामीणों को नुकसान पहुंचा है।
पुलिस ने बताया कि जंगल के संवेदनशील इलाकों में बारूदी सुरंगों की तलाश और निष्क्रिय करने की कार्रवाई तेज कर दी गई है। जिला प्रशासन ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे जंगल के गहरे इलाकों में सतर्कता के साथ जाएं और किसी भी संदिग्ध वस्तु या गतिविधि की तत्काल सूचना पुलिस को दें।
–आईएएनएस











