नई दिल्ली: 76वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से नौंवी बार ध्वजारोहण करते हुए राष्ट्र को संबोधित भी किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमें नए संकल्प के साथ नई दिशा की ओर कदम बद़ाने की जरूरत है। इस मौके पर उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को याद किया और कहा कि उन्होंने “ जय जवान-जय किसान” का नारा दिया था। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने इसमें विज्ञान शब्द जोड़ा था। पीएम मोदी ने कहा कि अब समय आ गया है जब हम इस नारे में अनुसंधान शब्द जोड़ दें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा आज के दौर में पूरी दुनिया अनुसंधान में लगी हुई है। समय की मांग हा कि हम भी अनुसंधान के क्षेत्र में आगे बढ़े और अपने देश को भी विकास के पथ पर अग्रसर करें।
अनुसंधान मतलब इनोवेशन और नए आइडिया के साथ देश को आगे बढ़ाने का संकल्प है ।उन्होंने कहा,” अब जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान और जय अनुसंधान हो।”
प्रधानमंत्री के भाषण में भारत की विरासत से लेकर स्वतंत्रता सेनानियों, यहां की एकता और अखंडता का भी जिक्र था। प्रधानमंत्री ने देश की विविधता पर गर्व करने की अपील की।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि उन सभी महापुरुषों को याद करने का प्रयास किया गया, जिनको किसी न किसी कारणवश इतिहास में जगह न मिली, या उनकों भुला दिया गया था। आज देश ने खोज खोज कर ऐसे वीरों, महापुरुषों, बलिदानियों, सत्याग्रहियों को याद किया, नमन किया।
—————-इंण्डिया न्यूज स्ट्रीम