लखीमपुर खीरी हिंसा में मारे गए भाजपा कार्यकर्ताओं को लेकर किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि कुछ गलत हुआ है। उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या केवल कार्रवाई की प्रतिक्रिया थी। राकेश टिकैत ने ये बातें मीडिया से बात करते हुए कही।
लखीमपुर खीरी में तिकोनिया-बनबीरपुर मार्ग पर 3 अक्टूबर को बड़ी हिंसा की घटना हुई थी। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की यात्रा के खिलाफ प्रदर्शन करने जा रहे कृषि कानून विरोधी प्रदर्शनकारियों के एक समूह पर एसयूवी चढ़ गई थी। यह पीछे से चढ़ाई गई थी। इस पूरी घटना में 4 किसानों सहित आठ लोगों की मौत हो गई थी। मरने वालों में किसान, भाजपा कार्यकर्ता और एक पत्रकार शामिल हैं। किसान संगठनों ने इस घटना के लिए गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा को दोषी ठहराया है।
इस घटना के बाद किसान संगठनों के साथ-साथ विपक्ष भी मोदी-योगी सरकार पर हमलावर रूख अपनाए हुए है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी लखीमपुर खीरी का दौरा कर चुके हैं। राहुल और प्रियंका यहां मारे गए पत्रकार और किसानों के परिवारों से मिलने के लिए पहुंचे थे।
संयुक्त किसान मोर्चा की प्रेस कांफ्रेंस में जब यह सवाल पूछा गया तो योगेन्द्र यादव ने इसके जवाब के लिए राकेश टिकैत को माइक थमा दिया। जिसके बाद टिकैत ने कहा- वो कौन थे जो गाड़ी में थे, जिन्होंने लोगों को मारा , यह एक्शन का रिएक्शन है, लखीमपुर खीरी में चार किसानों पर कारों का काफिला चढ़ाए जाने के बाद दो भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या क्रिया की प्रतिक्रिया है। मैं इन हत्याओं में शामिल लोगों को अपराधी नहीं मानता।
लखीमपुर हिंसा पर आगे की रणनीति के लिए की गई इस प्रेस कांफ्रेंस में संयुक्त किसान मोर्चा ने घोषणा की है कि 12 अक्टूबर को देशभर के किसान लखीमपुर खीरी पहुंचेंगे। इसके साथ ही किसान लखनऊ में महापंचायत भी करेंगे। मोर्चा ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त करने और उनके बेटे आशीष की गिरफ्तारी की भी मांग की।
—— इंडिया न्यूज स्ट्रीम