उर्दू के महान शायर मिर्ज़ा ग़ालिब के पत्रों के बंगला अनुवाद, विश्व कवि गुरुदेव रवींद्र नाथ टैगोर के मशहूर उपन्यास गोरा के तमिल अनुवाद और उनकी कविताओं के कश्मीरी अनुवाद तथा महर्षि अरविंद के निबन्धों के असमिया अनुवाद प्रख्यात तथा अंग्रेज़ी लेखक आर के नारायण के मणिपुरी अनुवाद करने वाले लेखकों समेत 22 भाषाओं के अनुवादकों को इस साल साहित्य अकादमी के अनुवाद पुरस्कार की घोषणा की गई है।
साहित्य अकादमी के अध्यक्ष चन्द्रशेखर कम्बार की अध्यक्षता वाली कार्यकारी मंडल ने इन पुरस्कारों को मंजूरी दी।
पुरस्कार में प्रत्येक अनुवादक को 50 हज़ार रुपए प्रतीक चिन्ह आदि शामिल है।
पुरस्कृत कृतियों में श्री कम्बार की कृति के मलयालम अनुवाद को भी शामिल किया गया है।
इसके अलावा जैनेंद्र के उपन्यास कल्याणी के असमिया अनुवाद महाश्वेता देवी की कृति के संताली अनुवाद प्रसिद्ध इतिहास कार रोमिला थापर की किताब के बोडो अनुवाद , हिंदी के प्रसिद्ध लेखक असग़र बजाहत की किताब के पंजाबी अनुवाद, मृदुला सिन्हा की किताब के गुजराती अनुवाद को भी पुरस्कार मिला है।
ये पुरस्कार बाद में एक समारोह में दिए जाएंगे।