नई दिल्ली : जी20 के सदस्य देशों में भारत की सांस्कृतिक एकता एवम विविधता तथा वसुधैव कटुम्बकम की अवधारणा को फैलाने के लिए कल्चर वर्किंग ग्रुप की चार बैठकें होंगी।
संस्कृति सचिव गोविंद मोहन ने आज यहाँ पत्रकारों को बताया कि खजुराहों भुवनेश्वर और हम्पी में ये बैठकें होंगी जिनका थीम “जीवन के लिए संस्कृति “होगा।चौथे स्थान की घोषणा जल्द की जाएगी।
उन्होंने बताया कि भारत की संस्कृति काफी पुरानी है और समृद्ध है तथा उसमें विविधता काफी है।यह देखते हुए चार सांस्कृतिक शहरों में यह आयोजन किया जा रहा है।इंसमे जी 20 के बीस देशों के अलावा 9 मेहमान न देशों तथा साथ अंर्तराष्ट्रीय संगठनों के 125 से अधिक प्रतिनिधि भाग लेंगे।
उन्होंने बताया कि खजुराहो में 25 से 28 फरवरी तक एक प्रदर्शनी आयोजित होगी जिसका उद्घटान संस्कृति मंत्री जीकिशन रेड्डी तथा मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान करेंगे।इस प्रदर्शनी में 23 प्राचीन कलाकृतियों को शामिल किया जाएगा जिन्हें विदेशों में तस्करी के बाद वापस लाया गया है।उन्होंने बताया कि अब तक पिछले आठ सालों में 258 कलाकृतियों को लाया गया है जिनकी तस्करी की गई थी।2030 तक कलाकृतियों की तस्करी को रोकने का लक्ष्य रखा गया है।बैठक के दौरान खजुराहो डांस का विशेष कार्यक्रम भी होगा।
उन्होंने बताया कि इन बैठकों में प्राचीन कलाकृतियों के संरक्षण से लेकर संस्कृति और पर्यावरण तथा संस्कृति तथा अर्थव्यस्था आदि पर भी विचार होगा।इसके अलावा कलाकृतियों की डिजिटल प्रदर्शनी भी की जायेगी तथा संस्कृति के बारे में सोशल मीडिया में प्रचार प्रसार पर भी जोर दिया जाएगा।जी 20 देशों के साथ एक ऑर्केस्ट्रा भी तैयार होगा जिसमें भारतीय झलक भी होगी।
उन्होंने बताया कि इन बैठकों में हस्तशिल्प और प्राचीन विरासत स्थलों तथा भारतीय ज्ञान परम्परा पर भी बात होगी।
–इंडिया न्यूज स्ट्रीम