नई दिल्ली । देश के सबसे बड़े आईपीओ हुंडई मोटर इंडिया ने निवेशकों को निराश किया है। लिस्टिंग के बाद से ही शेयर में लगातार कमजोर देखी जा रही है। मंगलवार को शेयर 1,829 रुपये पर बंद हुआ, जो कि इसके इश्यू प्राइस 1,960 से करीब 7 प्रतिशत कम है।
हुंडई मोटर इंडिया के शेयर के कमजोर प्रदर्शन की वजह कंपनी की ब्रिकी में वृद्धि न होना है।
अक्टूबर 2024 में कंपनी ने घरेलू बाजार में 55,568 वाहनों की बिक्री की थी। इसमें सालाना आधार पर मजह 0.80 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी, जो कि बाजार की औसत वृद्धि से काफी कम है। पिछले साल समान अवधि में कंपनी ने 55,128 वाहनों की बिक्री की थी।
अक्टूबर 2023 के मुकाबले अक्टूबर 2024 में घरेलू बाजार में 1.82 प्रतिशत अधिक वाहनों की बिक्री हुई है।
हुंडई मोटर इंडिया के शेयर की लिस्टिंग 22 अक्टूबर को हुई थी। शेयर 1.47 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 1,931 रुपये पर सूचीबद्ध हुआ था। तब से शेयर में लगातार कमजोरी देखी जा रही है।
हुंडई मोटर इंडिया के 27,870 करोड़ रुपये के आईपीओ को निवेशकों से मिलाजुला रिस्पॉन्स मिला था। आईपीओ को दोगुना से अधिक का सब्सक्रिप्शन मिला था।
मारुति सुजुकी इंडिया के बाद हुंडई मोटर इंडिया देश की दूसरी सबसे बड़ी कार कंपनी है। जून 2024 में कंपनी की बाजार हिस्सेदारी करीब 14 प्रतिशत थी। वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी ने 7.77 लाख वाहनों की बिक्री की थी, जिसमें से 21 प्रतिशत का निर्यात लैटिन अमेरिका, अफ्रीका, मध्यपूर्व और यूरोप जैसे देशों में किया गया था।
हुंडई मोटर इंडिया के पास देश में 1,550 सर्विस आउटलेट्स और 1,366 सेल्स आउटलेट्स हैं।
हुंडई मोटर इंडिया की वित्त वर्ष 2023-24 में आय 69,829 करोड़ रुपये थी। इस दौरान कंपनी को 6,060 करोड़ रुपये का लाभ हुआ था और कंपनी का मार्जिन 13.1 प्रतिशत था। वित्त वर्ष 2024-25 की जून तिमाही में कंपनी का राजस्व 17,344 करोड़ रुपये का था। इस दौरान कंपनी को 1,489 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था और मार्जिन 13.5 प्रतिशत था।
–आईएएनएस