एक मुद्दत से तिरी याद भी आई न हमें
और हम भूल गए हों तुझे ऐसा भी नहीं
–फ़िराक़ गोरखपुरी, (मोनी यामीन की तरफ से)
)
(
Related News
एक मुद्दत से तिरी याद भी आई न हमें
और हम भूल गए हों तुझे ऐसा भी नहीं
–फ़िराक़ गोरखपुरी, (मोनी यामीन की तरफ से)
)
(