नई दिल्ली । बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता पुनरीक्षण को लेकर राजनीतिक विवाद जारी है। विपक्ष का आरोप है कि भाजपा मतदाता पुनरीक्षण की आड़ में पात्र मतदाताओं के नाम भी कटवा रही है। लेकिन, भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया और आश्वस्त किया कि किसी का भी नाम नहीं काटा जा रहा है।
उन्होंने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि जिन राजनीतिक दलों को इस बात का एहसास हो चुका है कि वो आगामी विधानसभा चुनाव हारने जा रहे हैं, वे लोग ही मतदाता पुनरीक्षण को लेकर लोगों के बीच में झूठ फैलाने की कोशिश कर रहे हैं, जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता है। बिहार की तकदीर जनता तय करेगी, बांग्लादेश और नेपाल से आए लोग नहीं। अगर ऐसी स्थिति में किसी बांग्लादेशी और नेपाल के लोगों का नाम मतदाता सूची से हटाया जा रहा है, तो इसमें क्या गलत किया जा रहा है? बिहार में बिहारी मतदाता ही मतदान करके सरकार बनाएंगे। इस दिशा में चुनाव आयोग प्रशंसनीय काम कर रहा है।
उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों को इस बात का एहसास हो चुका है कि यह लोग अब आगामी विधानसभा चुनाव में परास्त होने जा रहे हैं, इसलिए अब इन्होंने चुनाव आयोग को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। यह लोग निर्वाचन आयोग की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं। इन लोगों को लगता है कि चुनाव आयोग पर सवाल उठाकर अपनी गलतियों को छुपा सकते हैं।
भाजपा प्रवक्ता ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के बयान पर कहा कि अब उन्हें कोई गंभीरता से नहीं लेता है। वो कुछ भी बोलते रहते हैं। अगर राहुल गांधी थोड़े दिन आरएसएस के बारे में पढ़ेंगे, तो निश्चित तौर पर उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। समस्या यह है कि उन्होंने आरएसएस के बारे में एक विचारधारा बना ली है, जिसे वो आम लोगों के बीच में प्रचारित करके उन्हें भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं। अब देश की जनता इन्हें पहचान चुकी है। राहुल गांधी को शायद यह पता नहीं है कि आरएसएस समाज की सेवा करता है। उन सुदूर इलाकों में स्कूलों को स्थापित करता है, जहां पर आज भी बड़ी संख्या में बच्चे शिक्षा प्राप्त करने से वंचित रह जाते हैं।
राबर्ट वाड्रा के खिलाफ ईडी की कार्रवाई पर शाहनवाज हुसैन ने कहा कि इससे अब लोगों के बीच यह संदेश गया है कि कोई भी कितना भी बड़ा क्यों न हो, अगर उस पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं, तो उसके खिलाफ निश्चित तौर पर कार्रवाई होगी। उसे किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की ओर से प्रधानमंत्री के बिहार दौरे का विरोध किए जाने पर भी भाजपा प्रवक्ता ने आपत्ति जताई और कहा कि प्रधानमंत्री हमारे बीच आए, करोड़ों की सौगात दी। लेकिन, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि राजद सिर्फ अपने राजनीतिक फायदे के लिए उनके दौरे का भी विरोध कर रही है।
उन्होंने राज ठाकरे की ओर से भाजपा नेता निशिकांत दुबे के संबंध में की गई टिप्पणी को निंदनीय बताया और कहा कि निशिकांत दुबे हमारी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं। ऐसी स्थिति में राज ठाकरे को उनके संबंध में इस तरह की टिप्पणी नहीं करनी चाहिए थी। महाराष्ट्र में भाजपा की सरकार है। देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री हैं। ऐसी स्थिति में वहां पर कोई भी कानून अपने हाथ में नहीं ले सकता है। रही बात भाषा विवाद की, तो हमारे देश में हर भाषा का सम्मान किया जाता है। आज मराठी और महाराष्ट्र के लोगों का सम्मान पूरे देश में है। लेकिन, राज ठाकरे बेवजह विवाद पैदा कर रहे हैं।
—आईएएनएस