एडिटर्स गिल्ड ने उत्तरप्रदेश के लखीमपुर खीरी जनसंहार में हुये टी वी पत्रकार रमन कश्यप की मौत पर शोक जताते हुए इस घटना की स्वतंत्र जांच कराने की मांग की है।
गिल्ड ने अपने जारी बयान में किसानों को गाड़ी से रौंदने की घटना को आतंकी हमले जैसी बताया है और कहा है कि इसका मकसद किसानों में दहशत कायम करना था।
एडिटर्स गिल्ड ने यह भी कहा है कि, ”रमन कश्यप की मौत को लेकर अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं।, इसमें गोली मारकर हत्या भी शामिल है। जिस वक्त ये घटना हुई, उस वक्त किसानों के प्रदर्शन को वह कवर कर रहे थे, इसमें कई प्रदर्शनकारी किसान भी मारे गए। इसलिए कश्यप की मौत की वजह जानने के लिए स्वतंत्र जांच ज़रूरी है।”
ए़डिटर्स गिल्ड ने मांग की है कि रमन कश्यप की मौत की जांच के लिए एक स्पेशल टीम बनाई जाए और , उनके कैमरे की फुटेज को ढूंढने की कोशिश की जाए,जिससे यह पता लगाया जाए कि कब क्या हुआ। घटना को लेकर अलग-अलग दावों से एडिटर्स गिल्ड ने चिंता जताई है,।
गिल्ड ने कहा कि मीडिया के लिए यह ज़रूरी है कि वो अलग-अलग दावे नहीं, बल्कि तथ्यों को रिपोर्ट करे।
इस बीच कल मंगलवार शाम किसान नेता राकेश टिकैत ने मरहूम पत्रकार के घर पहुंचकर पीड़ित परिवार के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की और यथासंभव मदद का भरोसा दिया। उनके आश्रितों को भी मृतक किसानों के परिवार को मिलने वाला मुआवजा और नौकरी आदि दिलवाने का आश्वासन दिया ।
सपा नेता हिमांशु पटेल और कांग्रेस से पूर्व विधायक सतीश अजमानी, चंद्रप्रकाश व उषा दीक्षित ने भी परिवार से मिलकर प्रियंका गांधी का संदेश पीड़ित परिवार को दिया।
श्री कश्यप के पिता राम आसरे कश्यप ने दावा किया है कि उनके बेटे की मौत गाड़ी से कुचलने की वजह से हुई थी। उन्होंने कहा कि उसके शरीर पर जो निशान हैं, उससे पता चलता है कि उसे घसीटा गया था। सिर पर भी एक चोट का निशान है, जिसे देखकर लगता है कि उस पर चोट आई थी। हालांकि, अभी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट हमें नहीं मिल सकी है। हमारे पास बेटे के शव की फोटो है, जिससे पता चलता है कि घसीटने की वजह से उसकी मौत हुई है।
–इंडिया न्यूज़ स्ट्रीम