नई दिल्ली: मौसम विभाग ने दिल्ली और कई उत्तरी राज्यों में भारी बारिश की भविष्यवाणी की थी। रविवार से हल्की बारिश का सिलसिला जारी है, जिससे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में उमस से काफी राहत मिली है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, उत्तर, उत्तर पश्चिम के साथ-साथ पूर्व और उत्तर पूर्व भारत के कई हिस्सों में तीव्र संवहन इन क्षेत्रों में भारी वर्षा के लिए जिम्मेदार है।
आईएमडी के अनुसार, सबसे भारी बारिश पालम में देखी गई, जिसमें रात 8.30 बजे रविवार को और सोमवार को सुबह 8.30 बजे के बीच 95.2 मिमी बारिश हुई।
इसके बाद लोधी रोड पर 62 एमएम और सफदरजंग में 60.8 एमएम बारिश दर्ज किया गया।
सोमवार सुबह न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 26.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है।
आईएमडी ने रविवार को और बुधवार (21 जुलाई) और पश्चिमी तट के बीच 23 जुलाई तक तीव्र वर्षा गतिविधि की भविष्यवाणी की थी।
रविवार को उत्तर और उत्तर पश्चिम दिल्ली में बारिश शुरू हुई, जबकि पूर्वी दिल्ली में सोमवार तड़के हल्की बारिश हुई। मानसून के आगमन से यातायात जाम, आवासीय कॉलोनियों में जलभराव, सड़कों पर पानी का बहाव आदि भी शुरू हो गया है।
दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ सोमवार को मानसून के लिए अधिकारियों की पूरी तैयारी की समीक्षा करेंगे।
आईएमडी ने रविवार को अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश और पूर्वी राजस्थान में अलग-अलग स्थानों पर बिजली के साथ मध्यम से तेज आंधी की भविष्यवाणी की थी और बाहर रहने वाले लोगों और जानवरों के हताहत होने की चेतावनी दी थी।
आईएमडी ने रविवार को भविष्यवाणी की थी “पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र (जम्मू, कश्मीर, लद्दाख, गिलगित, बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड) और इससे सटे उत्तर-पश्चिम भारत – पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, यूपी और उत्तरी मध्य प्रदेश में 18 से 21 जुलाई तक भारी बारिश के साथ व्यापक वर्षा गतिविधियां बढ़ने की संभावना है ।”
–आईएएनएस