नई दिल्ली । बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरजेडी प्रवक्ता सुबोध कुमार मेहता ने जोरदार निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डरे और सहमे हुए हैं। उनके पास बिहार के विकास के लिए कोई प्लान नहीं है।
समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि बिहार के विकास से नीतीश कुमार का कोई लेना-देना नहीं है। इसके विपरीत, तेजस्वी प्रसाद यादव ने मात्र सत्रह महीनों में साबित कर दिया कि शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, रोजगार, सिंचाई, जन सुनवाई और कार्रवाई पर केंद्रित उनके विकास मॉडल के कारण बिहार में रोजगार के अवसरों में वृद्धि हुई है। स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में महत्वपूर्ण सुधार हुए, कृषि में बदलाव हुआ और आईटी नीति, पर्यटन नीति और यहां तक कि खेल नीति भी पेश की गई।
आरजेडी प्रवक्ता ने आगे कहा कि दूसरी ओर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं जो काफी डरे और सहमे हुए हैं। इनके पास बिहार के विकास के लिए कोई प्लान नहीं है। नीतीश कुमार के 20 साल के कार्यकाल को देखें तो हम पाएंगे कि मानव विकास सूचकांक में तेजी से वृद्धि नहीं हुई। वहीं, 1990 से 2005 तक के कार्यकाल को देखें तो मानव विकास सूचकांक में वृद्धि हुई थी। नीतीश कुमार के पास विकास का कोई प्लान नहीं है। इसीलिए, वे नीति आयोग की बैठक में नहीं गए। बिहार को विशेष राज्य दिलाने का मुद्दा इनका राजनीतिक टूल बना हुआ है।
बता दें कि बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा के चुनाव होने हैं। इस चुनाव को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। नीतीश कुमार को लेकर यह पहली बार नहीं है जब उन्हें आरजेडी नेताओं की ओर से डरा हुआ बताया गया हो । इससे पहले पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव कई बार नीतीश कुमार के स्वास्थ्य को लेकर प्रश्न चिन्ह लगा चुके हैं। तेजस्वी ने नीतीश कुमार को थका हुआ मुख्यमंत्री तक कह दिया है।
इस बीच भाजपा-जेडीयू के वरिष्ठ नेताओं के अनुसार, बिहार चुनाव तो नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा। एनडीए बिहार चुनाव में 225 सीटें जीतने का दावा कर रही है।
–आईएएनएस