लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता और वरिष्ठ मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि किसानों का योगी आदित्यनाथ सरकार में विश्वास और भरोसा है और यही वजह है कि उन्होंने लखीमपुर खीरी कांड के बाद एक समझौते की दिशा में काम किया। सिंह ने कहा, “योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व और निर्देशन में प्रशासन ने काम किया है। दोनों पक्षों में प्राथमिकी दर्ज की गई है और कानून के अनुसार सख्ती से कार्रवाई की जाएगी। यह योगी सरकार है और कानून का शासन है। यहां कोई राजा या रैंक नहीं है।
लखीमपुर खीरी जाने के लिए कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा और समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव को अनुमति देने से इनकार करने के बारे में बात करते हुए सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में विपक्षी दल “2022 के चुनावों के कारण राजनीतिक प्रतिस्पर्धा” में लिप्त थे और कहा कि विपक्ष को राजनीतिक पर्यटन और फोटो-ऑप्स से बचना चाहिए।”
उन्होंने कहा, “राजनीति और लोकतंत्र में विपक्ष को लोगों के बीच जाने और उनके मुद्दों को सुनने और समझने का अधिकार है। लेकिन जब गंभीर और संवेदनशील स्थिति का माहौल हो तो पहले जांच होनी चाहिए। विपक्ष को धैर्य से इंतजार करना चाहिए। 24-48 घंटे के लिए और एक बार जांच स्पष्ट हो जाने के बाद जाएं जब स्थिति में सुधार हो जाए। फिर उन्हें कोई नहीं रोकेगा।
उन्होंने कहा कि विपक्ष को संवेदनशील परिस्थितियों में राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी वाड्रा उत्तर प्रदेश में “फोटो-ऑप्स और राजनीतिक पर्यटन के व्यवसाय” में हैं। उन्होंने कहा, “समाजवादी पार्टी और अन्य विपक्षी दलों में 2022 के चुनावों के आलोक में राजनीतिक प्रतिस्पर्धा है।”
–आईएएनएस