वाशिंगटन । अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को विदेशी फिल्मों पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि अमेरिका में फिल्म उद्योग बहुत तेजी से खत्म हो रहा है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है।
उन्होंने अन्य देशों पर आरोप लगाया कि वे तरह-तरह के प्रोत्साहन देकर फिल्म निर्माताओं और स्टूडियो को अमेरिका से दूर कर रहे हैं।
उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा, “अमेरिका में उद्योग तेजी से खत्म हो रहा है। अन्य देश हमारे फिल्म निर्माताओं और स्टूडियो को अमेरिका से दूर करने के लिए कई तरह के प्रोत्साहन दे रहे हैं। हॉलीवुड और अमेरिका के कई अन्य क्षेत्र तबाह हो रहे हैं। यह अन्य देशों का सुनियोजित प्रयास है और इसलिए राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है।”
उन्होंने आगे कहा, “यह प्रचार और संदेश भी है। इसलिए, मैं वाणिज्य विभाग और यूनाइटेड स्टेट्स ट्रेड रिप्रेजेंटेटिव को तुरंत उन सभी फिल्मों पर 100 प्रतिशत टैरिफ शुरू करने की प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दे रहा हूं, जो विदेशों में बनी हैं और हमारे देश में आ रही हैं। हम चाहते हैं कि अमेरिका में फिर से फिल्में बनाई जाएं।”
रविवार को व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने हॉलीवुड में पिछले कुछ वर्षों में फिल्म निर्माण में कमी के लिए कैलिफोर्निया के गवर्नर गेविन न्यूजॉम को जिम्मेदार ठहराया।
उन्होंने कहा कि अन्य देश अमेरिका से फिल्में और फिल्म निर्माण की क्षमताएं चुरा रहे हैं।
ट्रंप ने कहा, “अगर वे संयुक्त राज्य अमेरिका के अंदर फिल्म बनाने के लिए तैयार नहीं हैं, तो हमें फिल्मों के आने पर टैरिफ लगाना चाहिए।”
रिपोर्ट्स के अनुसार, बजट में कटौती और बाहर अधिक आकर्षक टैक्स प्रोत्साहनों के कारण कैलिफोर्निया में फिल्म निर्माण कम हुआ है। इसके अलावा, हाल के वर्षों में अमेरिकी फिल्म उद्योग को कई आर्थिक झटके लगे, जिनमें हॉलीवुड मजदूर हड़ताल और कोविड महामारी शामिल हैं।
जनवरी में ट्रंप ने तीन फिल्म स्टार्स- जॉन वॉइट, मेल गिब्सन और सिल्वेस्टर स्टेलोन को हॉलीवुड में व्यापार के अवसरों को बढ़ावा देने के लिए विशेष दूत नियुक्त किया था।
ट्रंप ने कहा कि उनका काम हॉलीवुड में बिजनेस वापस लाना है, क्योंकि पिछले चार वर्षों में इस उद्योग को विदेशी फिल्मों के कारण बहुत नुकसान हुआ है।
उन्होंने उस दौरान पोस्ट किया था, “वे मेरे लिए विशेष दूत के रूप में काम करेंगे ताकि हॉलीवुड, जो पिछले चार वर्षों में विदेशी फिल्मों के कारण बहुत सारा बिजनेस खो दिया है, उसको पहले से कहीं अधिक बेहतर और मजबूत बनाया जा सके।”
–आईएएनएस