नई दिल्ली। असमिया भाषा के प्रख्यात लेखक नीलमणि फूकन और कोंकणी के सुप्रसिद्व लेखक दामोदर मौजो को 56 वां तथा 57 वां ज्ञानपीठ पुरस्कार देने की आज यहां घोषणा की गई।
दोनों लेखकों को पुरस्कार में 11 -11 लाख ग्यारह ग्यारह लाख रुपये एक वाग्देवी की प्रतिमा प्रशस्ति पत्र तथा स्मृति चिन्ह प्रदान किये जायेंगे।
ज्ञान पीठ पुरस्कार से सम्मानित उड़िया लेखिका प्रतिभा राय की अध्यक्षता में गठित निर्णायक मंडल ने यह निर्णय किया।
ज्ञानपीठ के निदेशक मधुसूदन आनंद द्वारा यहां जारी विज्ञपति केश्री फुकन को वर्ष20 21 तथाश्री मौजो को वर्ष 2022 के लिए ये पुरस्कार दिए जाएंगे। निर्णायक मंडल में साहित्य अकेडमी के उपाध्यक्ष माधव कौशिक चंद्रकांत पाटिल असग़र बजाहत मोहम्मद अशरफ हरीश त्रिवेदी प्रभा वर्मा सुरंजन दास मधुसूदन आनंद आदि शामिल थे।
1933 में जन्मे श्री फुकन को पद्मश्री साहित्य अकेडमी पुरस्कार मिल चुके हैं।उन्हें साहित्य अकेडमी का मानद फेलो भी बनाया गया है।वे असमिया भाषा के संत लेखक माने जाते हैं।
1944 में जन्मे श्री मौजो कोंकणी के बड़े लेखक माने जाते हैं। उन्हें साहित्य अकेडमी अवार्ड मिल चुका है। उन्होंने कहानी आलोचना उपन्यास और जीवनियां भीं लिखीं है और बाल साहित्य भी लिखा है।