वॉशिंगटन । अमेरिकी सेना ने इराक और सीरिया में डिफीट आईएसआईएस (डी-आईएसआईएस) अभियानों के दौरान एक आईएसआईएस नेता को हिरासत में लेने और आतंकी समूह के दो गुर्गों की मौत की घोषणा की।
अमेरिकी सीईएनटीसीओएम ने गुरुवार को ‘एक्स’ पर एक आधाकिरिक बयान में कहा, “अमेरिकी सेंट्रल कमांड (सीईएनटीसीओएम) बलों ने छह डी-आईएसआईएस अभियानों का समर्थन किया, जिनमें से पांच इराक और एक सीरिया में था। इसके परिणामस्वरूप दो आईएसआईएस गुर्गों की मौत हुई, जबकि दो को हिरासत में लिया गया। इसमें एक आईएसआईएस नेता भी शामिल था। इनसे कई हथियार बरामद किए गए हैं। इन अभियानों के जरिए आईएसआईएस की पुनर्गठित करने, योजना बनाने, संगठित करने और क्षेत्र में नागरिकों और अमेरिकी और साझेदार बलों के खिलाफ हमले करने की क्षमता को रोकने कम करने का काम किया।”
बयान के अनुसार, अमेरिकी सीईएनटीसीओएम बलों ने चल रहे डी-आईएसआईएस अभियान के समर्थन में 21-27 मई तक इराक और सीरिया में अभियान में सैन्य बलों का समर्थन किया।
यूएस सीईएनटीसीओएम द्वारा सक्षम सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्सेस ने 21-22 मई को डेयर एज-जूर के पास डी-आईएसआईएस ऑपरेशन चलाया। इस ऑपरेशन के तहत एक आईएसआईएस ऑपरेटिव को पकड़ा गया है।
इसके अतिरिक्त, यूएससीईएनटीसीओएम द्वारा सक्षम इराकी बलों ने 21-27 मई को सलाह अल-दीन गवर्नरेट, किरकुक गवर्नरेट और अल-फलुजाह के भीतर उत्तरी इराक में डी-आईएसआईएस ऑपरेशन चलाया, जिसके परिणामस्वरूप कई स्थानों को खाली कराकर उन्हें नष्ट कर दिया गया।
ऑपरेशन के परिणामस्वरूप छोटे हथियारों और गोला-बारूद को जब्त किया गया। इस कार्रवाई में दो आईएसआईएस ऑपरेटिव मारे गए और एक आईएसआईएस नेता को पकड़ लिया गया।
यूएस सीईएनटीसीओएम ने कहा, “अमेरिका और मल्टीनेशनल कंबाइंड जॉइंट टास्क फोर्स- ऑपरेशन इनहेरेंट रिजॉल्व (सीजेटीएफ-ओआईआर) के सदस्य आईएसआईएस के खिलाफ लड़ाई के लिए अपनी निरंतर प्रतिबद्धता बनाए रखते हैं।”
यूएस सीईएनटीसीओएम कमांडर जनरल माइकल एरिक कुरिल्ला ने कहा, “इस तरह के ऑपरेशन हमारे सहयोगियों और साझेदारों के साथ मिलकर इस रीजन में आईएसआईएस को हमेशा के लिए हराने के लिए यूएस सीईएनटीसीओएम की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।”
साल 2014 में इराक और सीरिया के कई हिस्सों पर कब्जा करने के बाद आईएसआईएस ने ‘खिलाफत’ की घोषणा की थी।
साल 2017 के अंत में इराकी बलों ने अंतरराष्ट्रीय साझेदारों के सपोर्ट से आईएसआईएस को हराया, जिसने दो साल बाद सीरिया में अपना आखिरी इलाका भी खो दिया।
–आईएएनएस