नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक मामले में नया मोड़ सामने आया है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा मामले की जांच के लिए समिति गठित किए जाने के फैसले के बाद सामने आया है कि सुप्रीम कोर्ट के 50 से ज्यादा वकीलों को अंतरराष्ट्रीय नंबर से फोन किया गया है।
चीफ जस्टिव एनवी रमन्ना की बेंच ने कहा कि यदि इस मामले में आप जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ ऐक्शन चाहते हैं तो फिर कोर्ट इसमें क्या कर सकता है। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि घटना की जांच के लिए पंजाब और केंद्र सरकार की ओर से गठित समितियों पर रोक जारी रहेगी। अदालत ने कहा कि पूर्व जज की अध्यक्षता में बनने वाली कमिटी में चंडीगढ़ के पुलिस चीफ, एनआईए के आईजी, पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल भी सदस्य के तौर पर शामिल हो सकते हैं। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट की दूसरी बार सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई है। इससे पहले अदालत ने पंजाब और केंद्र सरकार की ओर से गठित जांच समितियों पर रोक का फैसला लिया था।
याचिकाकर्ता मनिंदर सिंह ने पीएम की सुरक्षा में चूक का मामला सुप्रीम कोर्ट में उठाया और गुहार लगाई कि ऐसा दोबारा न हो, यह सुनिश्चित किया जाए। सुप्रीम कोर्ट में मनिंदर सिंह ने खुद सुप्रीम कोर्ट के वकील हैं। उन्होंने कहा कि घटना की तुरंत न्यायिक जांच होनी चाहिए।
सुनवाई के दौरान पंजाब सरकार ने सुप्रीम कोर्ट की ओर से स्वतंत्र जांच समिति के गठन का स्वागत किया। पंजाब सरकार के वकील ने कहा कि प्रथमदृष्ट्या केंद्र सरकार की ओर से गठित समिति की राय यही है कि पंजाब सरकार के अधिकारी दोषी थे। ऐसे में उनकी जांच से हम निष्पक्षता की उम्मीद नहीं कर सकते हैं। बता दें कि पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक को लेकर केंद्र और पंजाब सरकार के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा था कि इस मामले में अधिकारियों की ओर से कोई चूक नहीं हुई थी। इसके अलावा खुद के अगवानी को न पहुंचने को लेकर उन्होंने कहा था कि मेरे स्टाफ में कुछ लोगों को कोरोना हो गया था।
क्या है मामला
ध्यान रहे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला पंजाब में फिरोजपुर के हुसैनीवाला स्थित शहीद स्मारक पार्क जाते वक्त एक फ्लाइओवर पर फंस गया। दरअसल, मौसम खराब होने के कारण प्रधानमंत्री को बठिंडा एयरपोर्ट पर उतरकर सड़क के रास्ते हुसैनीवाला जाना था जहां बीजेपी की एक चुनावी रैली आयोजित की गई थी। लेकिन कार्यक्रम स्थल से 30 किमी पहले एक फ्लाइओवर पर किसानों के एक जत्थे ने जाम लगा दिया। इस कारण काफिले को 20 मिनट तक फ्लाइओवर पर ही रुका रहना पड़ा। इसे प्रधानमंत्री के सुरक्षा में बड़ी सेंध माना गया है क्योंकि पाकिस्तान की सीमा वहां से सिर्फ 12 किमी दूर है।
——–इंडिया न्यूज स्ट्रीम