मुम्बई: कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए लगाये गये लॉकडाउन में दी गयी ढील और भारतीय रिजर्व बैंक के उदार रुख से देश के औद्योगिक उत्पादन में तेजी आने की उम्मीद है।
शुक्रवार को दिसंबर 2021 के औद्योगिक उत्पाद के आंकड़े जारी किये गये थे। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक दिसंबर 2021 में देश का औद्योगिक उत्पादन 0.4 प्रतिशत की तेजी से बढ़ा जबकि नवंबर 2021 में यह 1.34 प्रतिशत की तेजी से और दिसंबर 2020 में आईआईपी 2.2 प्रतिशत की तेजी से बढ़ा था।
रेटिंग एजेंसी एक्यूइट रेटिंग्स एंड रिसर्च के अनुसार औद्योगिक उत्पादन में बेहतरी उत्साहजनक है लेकिन कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर का असर जनवरी 22 के उत्पादन पर दिख सकता है।
इसके अलावा जिंसों के दाम में बढ़ोतरी के कारण लागत मूल्य में तेजी का दबाव भी उपभोक्ताओं पर पड़ेगा, जिससे मांग प्रभावित होगी और उसका असर आखिरकार उत्पादन पर भी आयेगा।
हालांकि रेटिंग एजेंसी का मानना है कि टीकाकरण अभियान में तेजी, लॉकडाउन में ढील और आरबीआई के उदार रुख से औद्योगिक रिकवरी में मदद मिलेगी।
इसके साथ ही सरकार द्वारा पूंजीगत व्यय को बढ़ाने पर दिये गये जोर से आधारभूत ढांचा क्षेत्र को मजबूती मिलेगी जिससे स्टील, सीमेंट और पूंजीगत वस्तु के उत्पादन को अगली कुछ तिमाहियों तक बल मिलता रहेगा।
–आईएएनएस