नई दिल्ली: मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के पहले बड़े फेरबदल से पहले कई दिग्गज मंत्रियों ने अपना इस्तीफा सौंप दिया है। अब खबर सामने आ रही है कि केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और रवि शंकर प्रसाद ने भी अपना इस्तीफा दे दिया है।
बुधवार दोपहर से ही केंद्रीय मंत्रियों का इस्तीफा देने का सिलसिला शुरू हो गया था। मोदी सरकार से 12 मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है, जिनमें कानून और आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद और सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर के नाम भी शामिल हो चुके हैं।
राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उनके इस्तीफे स्वीकार कर लिए हैं।
बुधवार की शाम मोदी कैबिनेट के बड़े पैमाने पर फेरबदल से पहले कई दिग्गज मंत्रियों ने इस्तीफा दिया है और अब 43 नए चेहरे सरकार में शामिल हो रहे हैं।
आईटी मंत्रालय सोशल मीडिया दिशा-निदेशरें के क्रियान्वयन को लेकर विवादों में सबसे आगे रहा है।
वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन को भी कोरोना की दूसरी लहर के दौरान सही प्रकार से प्रबंधन नहीं करने को लेकर आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है।
दूसरी लहर के दौरान अस्पतालों में ऑक्सीजन और जरूरी उपकरणों की कमी से स्थिति काफी खराब हो गई थी, जिसके बाद हर्षवर्धन की व्यापक रूप से आलोचना की गई, क्योंकि स्वास्थ्य मंत्रालय को कोविड की स्थिति और वैक्सीन प्रशासन के प्रबंधन के लिए नोडल मंत्रालय के रूप में देखा जाता है।
वरिष्ठ मंत्रियों में शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, सदानंद गौड़ा (केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री) और केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री संतोष गंगवार ने भी इस्तीफा दे दिया है।
केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री थावर चंद गहलोत को कर्नाटक का राज्यपाल नियुक्त किया गया है।
राज्य मंत्रियों में देबाश्री चौधरी, महिला एवं बाल विकास, रतन लाल कटारिया, जल शक्ति और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, संजय धोत्रे, शिक्षा, प्रताप चंद्र सारंगी, पशुपालन और बाबुल सुप्रियो सभी ने इस्तीफा दे दिया है।
मौजूदा केंद्रीय राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर, जी. किशन रेड्डी और पुरुषोत्तम रूपाला कैबिनेट मंत्री के तौर पर पदोन्नति के लिए तैयार हैं।
–आईएएनएस