मोइली और अनामिका समेत 22 को मिला साहित्य अकादमी पुरस्कार
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री एम वीरप्पा मोइली, हिंदी की प्रसिद्ध कवयित्री अनामिका और अंग्रेजी की चर्चित कवयित्री अनुरंधति सुब्रमनियम समेत 22 लेखकों को वर्ष 2020 का साहित्य अकादमी पुरस्कार आज यहां प्रदान किया गया।
कोरोना काल में करीब 2 साल के बाद हो रहे हैं इस ऑफलाइन कार्यक्रम में दिल्ली विश्वविद्यालय में अंग्रेजी की प्राध्यापक अनामिका पहली हिंदी कवयित्री हैं जिन्हें यह पुरस्कार मिला है। अकादमी के इतिहास में 66 वर्ष के बाद कविता के लिए किसी महिला को यह पुरस्कार दिया गया है।
अकादमी द्वारा आयोजित यहां एक गरिमा पूर्ण समारोह में इन लोगों को साहित्य अकादमी के अध्यक्ष चंद शेखर कम बांध यह पुरस्कार प्रदान किए इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में अकादमी के पूर्व अध्यक्ष एवं साहित्य अकादमी के फेलो विश्वनाथ तिवारी तथा अकादमी के उपाध्यक्ष माधव कौशिक उपस्थित थे।
समारोह में दो लेखकों को यह पुरस्कार मरणोपरांत मिला।इनमे कश्मीरी के हृदय कॉल भारती तथाबोड़ो के धरणीधर ओवरि शामिल हैं।
समारोह में मैथिली के लेखक कमलाकांत झा, उर्दू के लेखक हुसैन उल हक, असमिया के लेखक अपूर्व कुमार शाक्य बांग्ला के लेखक शंकर गुजराती के हरीश मीनश्रु कोंकणी के आर एस भास्कर मलयालम के ओमेचारी एन एन पिल्लई, मणिपुरी के ई देवेन सिंह, नेपाली के शंकरदेव ढकाल, पंजाबी के गुरदेव सिंह रूपाणा ,राजस्थानी के भंवर सिंह सामौर तथा संस्कृत के महेश चंद्र शर्मा गौतम, संताली के रूपचंद हांसदा, सिंधी के जेठो लालवाणी तमिल के इमा यम और तेलुगु के निखिलेश्वर को भी यह पुरस्कार प्रदान किया गया।
समारोह में प्रत्येक लेखक को एक ₹100000 की राशि का चेक प्रशस्ति पत्र प्रतीक चिन्ह आदि प्रदान किया गया।
इस समारोह की खासियत यह रही कि अनामिका हिंदी कविता के लिए पुरस्कार पाने वाली पहली कवयित्री हैं। बिहार के मुजफ्फरपुर में जन्मी अनामिका ने दिल्ली विश्वविद्यालय से शिक्षा ग्रहण करने के बाद राजधानी के सत्यवती कॉलेज में अंग्रेजी पढ़ा रही है और उन्होंने कविता लिखने के अलावा कई उपन्यास और आलोचना की किताबें लिखी हैं तथा कई किताबों का संपादन भी किया है।