क्या आपने सुना है कि किसी शिक्षक के नाम पर कोई पत्रिका निकली हो।
जामिया मिल्लिया इस्लामिया ने शिक्षक दिवस के मौके पर हिंदी विभाग के संस्थापक और हिंदी उर्दू के विद्वान मुजीब रिज़वी के नाम पर “मुजीब” नामक पत्रिका निकाल कर उन्हें श्रधंजलि दी है। यह पहला मौका है जब देश मे किसी शिक्षक के नाम पर कोई पत्रिका निकली हो।
इस अंक की संपादक और हिंदी की विभागाध्यक्ष इंदु वीरेंद्रा ने बताया कि जामिया की स्थापना के सौ साल और हिंदी विभाग की स्वर्ण जयंती के मौके पर यह शोध पत्रिका निकली है जो विश्व विद्यालय अनुदान आयोग द्वारा मान्यता प्राप्त भी है। उन्होंने कहा कि मुजीब साहब का बड़ा योगदान है।उर्दू भाषी होकर वे हिंदी के बड़े स्कॉलर थे। जायसी कबीर और सूफीवाद के वे विशेषज्ञ थे।
21 मार्च 1934 में इलाहाबाद के निकट बिसौना गांव में जन्मे मुजीब साहब ने 1971 में जामिया में हिंदी विभाग की स्थापना की थी।उन्होंने जायसी की पद्मावत पर किताब लिखी थी और कबीर पर भी एक महत्वपूर्ण किताब उर्दू में लिखी थी जिसका हिंदी अनुवाद भी आ रहा है। वे सूफी साहित्य के भी विद्वान थे।
इलाहाबाद विश्विद्यालय से बी ए करने के बाद अलीगढ़ मुस्लिम विश्विद्यालग से एम ए और पीएचडी करनेवाले मुजीब साहब का 2015 में इंतक़ाल हो गया था।