नई दिल्ली । अमेरिकी सेना ने शनिवार को कहा कि दक्षिण लाल सागर में हौथी आतंकवादियों के दागे गए ड्रोन से एक भारतीय ध्वज वाले कच्चे तेल के टैंकर पर हमला हुआ है। उन्होंने कहा कि हमले में किसी के घायल होने की सूचना नहीं है।
यूएस सेंट्रल कमांड ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, गैबॉन के स्वामित्व वाले एम/वी साईबाबा टैंकर ने स्थानीय समय के अनुसार लगभग 8 बजे सूचना दी कि इस पर एक ड्रोन से हमला हुआ है, जिसके बाद अमेरिकी नौसेना विध्वंसक यूएसएस लैबून (डीडीजी 58) ने उनके कॉल का जवाब दिया।
अमेरिकी नौसेना का विध्वंसक जहाज तब स्थानीय समय के हिसाब से दोपहर 3 से 8 बजे के बीच दक्षिणी लाल सागर में गश्त कर रहा था।
सेंट्रल कमांड ने कहा, “यमन के हौथी नियंत्रित क्षेत्रों से दक्षिणी लाल सागर में अंतरराष्ट्रीय शिपिंग लेन में दो हौथी एंटी-शिप बैलिस्टिक मिसाइलें दागी गईं।”
जहाज ने बताया कि उस पर बैलिस्टिक मिसाइलों का कोई प्रभाव नहीं पड़ा।
पोस्ट के अनुसार, यूएसएस लैबून ने यमन में हौथी-नियंत्रित क्षेत्रों से आने वाले चार मानवरहित हवाई ड्रोनों को भी मार गिराया, जो अमेरिकी जहाज की ओर आ रहे थे।
सेंट्रल कमांड ने कहा, “ये हमले 17 अक्टूबर के बाद से हौथी आतंकवादियों द्वारा कमर्शियल शिपिंग पर 14वां और 15वां हमला है।”
7 अक्टूबर को इजराइल-हमास युद्ध शुरू होने के बाद से लाल सागर में जहाज ईरान समर्थित हौथी विद्रोहियों के हमले का शिकार हो रहे हैं।
हौथी विद्रोहियों ने हमास को अपना समर्थन देने की घोषणा की है और कहा है कि वे इज़राइल जाने वाले किसी भी जहाज को निशाना बनाएंगे।
जवाब में, अमेरिका ने जहाजों की सुरक्षा के लिए ऑपरेशन प्रॉस्पेरिटी गार्जियन शुरू किया है, और इसे यूके, कनाडा, फ्रांस, बहरीन, नॉर्वे और स्पेन सहित देशों का समर्थन प्राप्त है।
मेडिटेरेनियन शिपिंग कंपनी, मर्स्क, हापाग-लॉयड और तेल कंपनी बीपी सहित प्रमुख शिपिंग कंपनियों ने कहा है कि वे जहाजों को लाल सागर से दूर ले जा रहे हैं।
–आईएएनएस