नई दिल्ली: दिल्ली सरकार के 21 दिन से घटाकर सिर्फ तीन दिन ड्राई डे करने के फैसले के बीच राजधानी में शराब की बिक्री को लेकर एक जनमत संग्रह कराया जाएगा।
जनमत संग्रह यानि रायशुमारी इस बात पर कराई जाएगी कि शराब की दुकानों के खुलने को लेकर स्थानीय लोगों की क्या राय है? क्या उन्हें दिल्ली में खोली जा रही इन दुकानों से किसी प्रकार की समस्या आ रही है?
इस रायशुमारी कराने वाली नीलिमा दिल्ली से पहले तेलेंगाना के हैदराबाद में भी इस तरह का एक रेफरेंडम (जनमतसंग्रह) करवा चुकी हैं। उनकी राय है कि उनके जनमत संग्रह में 94 फीसदी लोगों ने ये कहा था कि उस इलाके से शराब की दुकान बंद होनी चाहिए, जिसके बाद सरकार की ओर से दिए जाने वाला परमिट रद्द कर दिया गया था। इसके लिए उन्होंने 4 पोलिंग बूथ बनाये थे और एक हजार लोगों में से 876 लोगों ने वोटिंग में हिस्सा लिया था।
नीलिमा ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि वह अब दिल्ली के इलाके में इसी तरह के रेफरेंडम कराने जा रही है। दिल्ली के 3 वॉर्ड में 26 जनवरी से इसकी शुरूआत की जायेगी। अमर कॉलोनी, एंड्रयूसगंज और लाजपत नगर के लोगों को ही इसके लिए वेरिफाइड किया गया है। ये लोग कोरोना महामारी के मद्देनजर केवल ऑनलाइन ही हिस्सा ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि ये इतिहास में पहली बार है जब एक जनमत संग्रह के माध्यम से लोग अपने इलाके में सुधार कर रहे हैं। इसके लिए 10 दिन की वोटिंग की समयसीमा तय की गई है।
उन्होंने कहा कि अब तो दिल्ली सरकार केवल अधिक रेवेन्यू कमाने के लिए सभी मान्यताओं को खत्म करती जा रही है। स्कूल, अस्पताल के 100 मीटर के दायरे में भी शराब की दुकानें खोल दी जाती हैं। अब नई आबकारी नीति के तहत ड्राई डे की संख्या 21 दिन से घटाकर सिर्फ तीन दिन कर दी है। इसके लिए आम जनता को जागरूक होने की जरूरत है।
गौरतलब है कि अब दिल्ली में साल के 362 दिन शराब की बिक्री हो सकेगी। अक्सर महापुरुषों की जयंती और धार्मिक त्योहारों के दिन ही ड्राई डे रखा जाता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। दिल्ली सरकार की ओर से जारी किए गए नए आदेश के अनुसार गणतंत्र दिवस 26 जनवरी, स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त, गांधी जयंती 2 अक्टूबर के तीन दिनों को ही ड्राई डे के रूप में माना जाएगा।
–आईएएनएस











