श्रीनगर । जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ केंद्रीय और राज्य पुलिस की संयुक्त कार्रवाई तेज हो गई है। अभियान के दौरान पुलिस को हथियारों के पार्ट्स और कई डिजिटल डिवाइस जैसे मोबाइल फोन, लैपटॉप और अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुई है।
दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले में पाकिस्तान और पाक-अधिकृत कश्मीर (पीओके) से सक्रिय आतंकियों के नेटवर्क को नेस्तनाबूद करने के लिए व्यापक अभियान चलाया गया। इसी क्रम में डोडा जिले में मारे गए आतंकवादियों के घरों और मुठभेड़ स्थलों पर एक साथ तलाशी अभियान चलाए गए।
कुलगाम पुलिस ने शनिवार को विशिष्ट खुफिया जानकारी के आधार पर जिले के विभिन्न हिस्सों में कई घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किए। इनमें पीओके में रहने वाले रिश्तेदारों के इशारे पर आतंकी गतिविधियों को सहायता देने, फंडिंग करने और प्रचार फैलाने वाले व्यक्तियों को निशाना बनाया गया।
पुलिस ने बताया कि कई ओवरग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) पर राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों के लिए मुकदमे दर्ज किए गए। इनमें लॉजिस्टिक सपोर्ट, भर्ती में मदद और दुष्प्रचार शामिल हैं। छापेमारी के दौरान डिजिटल डिवाइस जैसे मोबाइल फोन, लैपटॉप और आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “यह अभियान दक्षिण कश्मीर में आतंकी समर्थन संरचना को पूरी तरह ध्वस्त करने का हिस्सा है। सीमा पार उग्रवाद को बढ़ावा देने वाले नेटवर्क को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
कुलगाम, जो लश्कर-ए-तैयबा और हिज्बुल मुजाहिदीन जैसे संगठनों का गढ़ रहा है, में यह कार्रवाई हाल की घुसपैठ की कोशिशों के बाद आई है। 2025 में जिले में कई मुठभेड़ें हो चुकी हैं, जिनमें कई आतंकी मारे गए। पुलिस ने जिले में शांति बनाए रखने की प्रतिबद्धता जताई और कहा कि अभियान जारी रहेगा।
दूसरी तरफ, जम्मू क्षेत्र के डोडा जिले में जम्मू-कश्मीर पुलिस, स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (एसओजी) और सीआरपीएफ की संयुक्त टीमों ने सुबह करीब 6 बजे लगभग 30 घरों पर छापेमारी की। ये घर मारे गए आतंकवादियों के थे और हाल की मुठभेड़ स्थलों से जुड़े थे। तलाशी में संदिग्ध दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स और हथियारों के पार्ट्स बरामद हुए।
–आईएएनएस











