ट्रंप प्रशासन की नीतियों के बावजूद रिपब्लिकन और डेमोक्रेट सांसदों ने मिलकर किया भारत-अमेरिका संबंधों का समर्थन

वाशिंगटन । अमेरिका में रिपब्लिकन और डेमोक्रेट दोनों पार्टियों के सांसद मिलकर भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत करने में जुट गए हैं। यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है, जब कुछ महीने पहले ट्रंप प्रशासन ने भारत के हितों के खिलाफ कई नीतियां लागू की थीं। सांसदों का कहना है कि दोनों पार्टियों को मिलकर इस साझेदारी का समर्थन करना चाहिए और भारत-अमेरिका रिश्तों को मजबूत रखना चाहिए।

पिछले दस दिनों में कम से कम छह संयुक्त पत्र और प्रस्ताव तैयार किए गए हैं। इन पत्रों में भारतीय अमेरिकी समुदाय के हितों की सुरक्षा करने और भारत-अमेरिका के सहयोग को बनाए रखने पर जोर दिया गया है। इसके साथ ही ट्रंप प्रशासन से उन नीतियों के लिए जवाबदेही मांगी गई है।

पिछले हफ्ते अमेरिकी सांसदों ने रटगर्स यूनिवर्सिटी में एक कार्यक्रम को लेकर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम हिंदुओं के खिलाफ गलत धारणाओं और पूर्वाग्रह को बढ़ावा दे सकता है, खासकर तब जब अमेरिका में हिंदू मंदिरों पर हमले की घटनाएं बढ़ रही हैं।

इस पत्र पर हस्ताक्षर करने वालों में जॉर्जिया से डेमोक्रेट सैनफोर्ड बिशप, इलिनॉय से श्री थानेदार, वर्जीनिया से सुहास सुब्रमण्यम और जॉर्जिया से रिपब्लिकन रिच मैककॉर्मिक शामिल थे।

इसके दो दिन पहले छह सांसदों ने राष्ट्रपति ट्रंप और वाणिज्य सचिव हावर्ड लुटनिक को पत्र लिखा। इसमें उन्होंने एच-1बी वीजा नियमों को लेकर अपनी चिंता जताई।

पत्र में कहा गया कि यह नई नीतियां अमेरिकी नियोक्ताओं के लिए मुश्किलें बढ़ाएंगी और अमेरिका की वैश्विक प्रतिस्पर्धा को कमजोर करेंगी।

इस पत्र पर डेमोक्रेट सुहास सुब्रमण्यम और रिपब्लिकन सांसद जॉय ओबरनोल्टे और डॉन बेकन समेत अन्य सांसदों ने भी हस्ताक्षर किए।

17 अक्टूबर को चार अमेरिकी सांसदों ने राष्ट्रपति ट्रंप को पत्र लिखा और भारत में होने वाले क्वाड लीडर्स समिट और एशिया की अन्य बैठकों में हिस्सा लेने का आग्रह किया।

उसी दिन, प्रतिनिधि सभा में एक संयुक्त प्रस्ताव भी पेश किया गया। इसमें भारतीय अमेरिकी समुदाय के अमेरिका में योगदान को मान्यता देने और भारतीय अमेरिकियों के खिलाफ नस्लीय हमलों की निंदा करने की बात कही गई।

इस प्रस्ताव में भारत-अमेरिका के रिश्ते को दुनिया की सबसे महत्वपूर्ण लोकतांत्रिक साझेदारियों में से एक बताया गया।

यह कदम पिछले दिनों 19 डेमोक्रेट सांसदों के पत्र से अलग था, जिसमें उन्होंने ट्रंप को भारत-अमेरिका संबंधों को सुधारने और फिर से मजबूत करने की सलाह दी थी। उस समय कोई रिपब्लिकन सांसद इसमें शामिल नहीं हुआ था।

डेमोक्रेट और रिपब्लिकन दोनों पार्टियों के नेताओं को आलोचना का सामना करना पड़ा, क्योंकि उन्होंने लंबे समय तक चुप्पी बनाए रखी थी। ट्रंप प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी जैसे ट्रेड एडवाइजर पीटर नवारो और वाणिज्य सचिव हावर्ड लुटनिक लगातार भारत के खिलाफ नीतियां बना रहे थे। ये नीतियां भारत के रूस से तेल खरीदने और व्यापार संतुलन को लेकर थीं।

अगस्त में ट्रंप प्रशासन ने भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाए। इसमें रूस से तेल आयात पर 25 प्रतिशत का अतिरिक्त शुल्क भी शामिल था।

इसके बाद सितंबर में ट्रंप ने एच-1बी वीजा नियम में बदलाव किया और इसके लिए 100,000 डॉलर का आवेदन शुल्क लगाया। 2024 में एच-1बी वीजा पाने वाले 70 प्रतिशत से अधिक लोग भारतीय थे, जिससे भारत के हित सीधे प्रभावित हुए।

कुछ डेमोक्रेट सांसदों ने इस पर सार्वजनिक विरोध किया, लेकिन रिपब्लिकन सांसदों ने हाल तक चुप्पी बनाए रखी। अक्टूबर की शुरुआत में डेमोक्रेट सांसद अमी बेरा ने आईएएनएस से कहा कि कुछ रिपब्लिकन सांसद सिर्फ इसलिए चुप हैं क्योंकि वे राष्ट्रपति ट्रंप से डरते हैं। उन्होंने कहा कि सांसदों को भारत-अमेरिका संबंधों का समर्थन करने के लिए आगे आना चाहिए।

–आईएएनएस

दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति ने ट्रंप को प्राचीन स्वर्ण मुकुट की प्रतिकृति की भेंट, सर्वोच्च पदक से किया सम्मानित

ग्योंगजू । दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ली जे म्युंग ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को एक प्राचीन कोरियाई साम्राज्य के स्वर्ण मुकुट की प्रतिकृति भेंट की है। उन्होंने राष्ट्रपति ट्रंप...

पाकिस्तानी अकाउंट्स शेयर कर रहे हैं राष्ट्रपति मुर्मू का एआई-जनरेटेड वीडियो, पीआईबी फैक्ट चेक का बड़ा खुलासा

नई दिल्ली । पीआईबी फैक्ट चेक ने बुधवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के एक एआई-जनरेटेड वीडियो को चिह्नित किया, जिसने पाकिस्तानी प्रोपेगैंडा की पोल खोल दी है। असल में कुछ...

आतंकी मसूद अजहर ने चली महिलाओं को जिहादी बनाने की चाल, कहा सीधे जन्नत नसीब होगी

नई दिल्ली । पाकिस्तान प्रायोजित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के मुखिया मौलाना मसूद अजहर ने अपनी नई महिला जिहाद ब्रिगेड “जमात-उल-मोमिनात” के गठन की घोषणा की है। हाल ही में आतंकी...

ट्रंप ने किम से मुलाकात का दिया प्रस्ताव, उत्तर कोरिया ने क्रूज मिसाइल लॉन्च करके दिया जवाब

सोल । एक तरफ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप किम जोंग-उन से मुलाकात करने की बात कर रहे हैं। दूसरी ओर उत्तर कोरिया ने मंगलवार को क्रूज मिसाइल का परीक्षण किया।...

इस्तांबुल वार्ता असफल: पाकिस्तानी मंत्री तरार बोले,’ अफगान तालिबान के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करेंगे हम’

इस्लामाबाद/काबुल । पाकिस्तान-अफगानिस्तान के बीच सीजफायर को लेकर हुई वार्ता असफल हो गई है। पाकिस्तानी सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार ने बुधवार को इसकी पुष्टि की। कतर और तुर्की की मध्यस्थता...

जमैका में कैटेगरी 5 के तूफान मेलिसा का कहर, 300 किमी प्रति घंटे की रफ्तार ने ली 7 की जान

नई दिल्ली । कैटेगरी-5 के तूफान मेलिसा ने मंगलवार को जमैका में दस्तक दी। जमैका में आए मेलिसा को इस सदी का सबसे भयानक और शक्तिशाली तूफान बताया जा रहा...

ड्रग्स तस्करों के खिलाफ अमेरिकी सेना की कार्रवाई, मारे गए 14 लोग

वाशिंगटन । युद्ध सचिव पीट हेगसेथ ने मंगलवार को एक्स पर घोषणा की कि अमेरिकी सेना ने पूर्वी प्रशांत महासागर में कथित तौर पर नशीले पदार्थों की तस्करी करने वाले...

इजरायल: रिपोर्ट में खुलासा, 2024 से अब तक 279 आईडीएफ सैनिकों ने की खुदकुशी की कोशिश

तेल अवीव । इजरायल के नेसेट रिसर्च एंड इंफॉर्मेशन सेंटर की एक नई रिपोर्ट सैनिकों के टूटते हौसलों की कहानी कहती है। रिपोर्ट बताती है कि जनवरी 2024 और जुलाई...

शटडाउन के कारण हजारों अमेरिकी उड़ानों में देरी

वॉशिंगटन । अमेरिका में सोमवार को 4,000 से ज़्यादा उड़ानें देरी से शुरू हुई और करीब 118 उड़ानें रद्द कर दी गईं। यह स्थिति पिछले 27 दिनों से चल रहे...

पाकिस्तान-अफगानिस्तान में सुलह कराना चाहते हैं ट्रंप? अमेरिकी राष्ट्रपति ने दिया बयान

नई दिल्ली । अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच सुलह कराना चाहते हैं। उन्होंने थाईलैंड-कंबोडिया के बीच युद्धविराम समझौते पर हस्ताक्षर को लेकर अफगानिस्तान और पाकिस्तान के...

लेबनान पर इजरायली हवाई हमलों में 4 की मौत

बेरूत/यरूसलम, 27 अक्टूबर (आईएएनएस)। दक्षिण लेबनान में इजरायली हवाई हमलों में चार लोगों की मौत हो गई और दो लोग घायल हो गए। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, रविवार को इजरायल...

लेबनान : इजरायल की गोलीबारी में बाल-बाल बचे संयुक्त राष्ट्र के शांति सैनिक

बेरूत । लेबनान में संयुक्त राष्ट्र अंतरिम बल (यूएनआईएफआईएल) ने बताया है कि उसका एक गश्ती दल इजरायली गोलीबारी की चपेट में आ गया, लेकिन सौभाग्य से किसी जवान को...

admin

Read Previous

ओपनएआई की भारतीय यूजर्स के लिए खास पेशकश, ‘चैटजीपीटी गो’ को फ्री में इस्तेमाल करने का मिल रहा मौका

Read Next

पूर्व विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह की विवादित टिप्पणी पर मायावती की तीखी प्रतिक्रिया, सरकार से कार्रवाई की मांग

WP2Social Auto Publish Powered By : XYZScripts.com