नई दिल्ली । पांच देशों की सफल यात्रा के बाद जदयू सांसद संजय कुमार झा के नेतृत्व में विदेश दौरे पर गया सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल भारत लौट आया है। भारत लौटने के बाद प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने गुरुवार को विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात की। इसकी जानकारी खुद विदेश मंत्री ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर एक पोस्ट शेयर कर दी है।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने गुरुवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “जदयू सांसद संजय कुमार झा के नेतृत्व में जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर, इंडोनेशिया और मलेशिया का दौरा करने वाले सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल से मिलकर बहुत खुशी हुई।”
दरअसल, जदयू सांसद संजय कुमार झा के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल में भाजपा सांसद अपराजिता सारंगी, बृज लाल, प्रदान बरुआ, हेमांग जोशी, टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी, सीपीआई-एम के जॉन ब्रिटास और कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद तथा राजदूत मोहन कुमार शामिल थे।
इस प्रतिनिधिमंडल ने जापान, इंडोनेशिया, मलेशिया, दक्षिण कोरिया और सिंगापुर का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान समर्थित सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक समर्थन जुटाया। साथ ही उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बारे में भी अपने समकक्षों को जानकारी दी।
जदयू सांसद संजय कुमार झा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट शेयर कर लिखा, “सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के साथ पांच देशों (जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर, इंडोनेशिया और मलेशिया) की हमारी यात्रा अपने उद्देश्यों में पूर्णत: सफल रही। इस यात्रा का मकसद पाक प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ भारत की ‘न्यू नॉर्मल’ नीति और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बारे में उक्त देशों को सही तथ्यों से अवगत कराना था।”
दिल्ली पहुंचने के बाद आईएएनएस से बातचीत में जदयू सांसद संजय कुमार झा ने कहा था, “हमने जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर, इंडोनेशिया और मलेशिया का दौरा किया। इस यात्रा से चार-पांच महत्वपूर्ण बातें उभरकर सामने आईं। पहली बात, सरकार द्वारा भेजे गए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने कड़ा संदेश दिया कि आतंकवाद के खिलाफ इस मुद्दे पर पूरा देश एकजुट है। दूसरी बात, दुनिया भर के देशों ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले की एक स्वर में निंदा की और इस हत्याकांड में मारे गए सभी 26 लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की। तीसरी बात, भारत ने संयम और सटीकता के साथ केवल पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों और शिविरों को निशाना बनाया। चौथी बात, जम्मू-कश्मीर में उड़ानें फिर से शुरू हो गई हैं। इसके अलावा, जमीनी हालात की समीक्षा के लिए पहलगाम में कैबिनेट की बैठक भी हो रही है। हमने आग्रह किया कि एफएटीएफ (वित्तीय कार्रवाई कार्य बल) द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। प्रतिनिधिमंडल ने आतंक के खिलाफ कड़ा संदेश दिया है।”
–आईएएनएस