नई दिल्ली । एक नाबालिग बांग्लादेशी लड़की की तस्करी में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने 10 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। इन पर नाबालिग लड़की को नौकरी दिलाने के बहाने बांग्लादेश से लाकर ओडिशा में देह व्यापार में धकेलने का आरोप है।
एनआईए ने यह चार्जशीट भुवनेश्वर स्थित अपनी विशेष अदालत में दाखिल की है। जांच में सामने आया कि आरोपियों ने लड़की के परिवार की गरीबी का फायदा उठाकर उसे नौकरी का लालच दिया और भारत लाने के बाद उसे देह व्यापार जैसे घिनौने काम में धकेल दिया। पैसे कमाने के लिए ये लोग लड़की को अलग-अलग जगहों पर लेकर गए और उस पर लगातार दबाव बनाते रहे।
शुरुआत में यह केस ओडिशा पुलिस ने दर्ज किया था और उन्होंने पोक्सो कोर्ट में 6 आरोपियों के खिलाफ दो चार्जशीट भी दायर की थीं, लेकिन मानव तस्करी की गंभीरता को देखते हुए एनआईए ने केस अपने हाथ में ले लिया। तफ्तीश के दौरान जांच एजेंसी ने पश्चिम बंगाल के कई ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन चलाए, जहां से दो और आरोपी गिरफ्तार किए गए।
एनआईए ने इनके सोशल मीडिया अकाउंट, मोबाइल डेटा और पैसों के लेन-देन की गहराई से जांच की। इसी जांच की कड़ी में दो और सहयोगी पकड़े गए, जो इस रैकेट का हिस्सा थे और लड़कियों की आवाजाही व सौदेबाजी में मदद करते थे।
एनआईए ने सभी 10 आरोपियों के खिलाफ कई गंभीर धाराओं में चार्जशीट दाखिल की है। आरोपियों पर पॉक्सो अधिनियम 2012 और अनैतिक व्यापार (रोकथाम) अधिनियम 1956 की विभिन्न धाराओं के तहत आरोपपत्र दाखिल किया गया है।
फिलहाल एनआईए मामले की गहनता से जांच कर रही है ताकि सीमापार तस्करी, फर्जी दस्तावेज और देह व्यापार नेटवर्क से जुड़ा कोई भी आरोपी बच न पाए।
–आईएएनएस











