पटना । भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने शुक्रवार को कहा कि महागठबंधन और राजद के लोग मुस्लिम समुदाय से सिर्फ वोट लेते हैं, लेकिन जब बात मुस्लिम समुदाय के लोगों को नेतृत्व देने की आती है, तो ये लोग चुप्पी साध लेते हैं।
उन्होंने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में कहा कि मौजूदा समय में यह कहना गलत नहीं होगा कि महागठबंधन के लिए एमवाई समीकरण सिर्फ तेजस्वी यादव और मुकेश सहनी हैं। मुस्लिम समुदाय के लिए राजद में कोई स्थान नहीं रह गया है। पहले राजद ने मुस्लिम समुदाय के लोगों के साथ बेमानी की। इसके बाद जब टिकट देने की बात आई तो इन्हें किनारा कर दिया गया। आखिर ये कैसा समीकरण है?
उन्होंने कहा कि अब इस तरह की स्थिति को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता है कि ये लोग मुस्लिम समुदाय की बात करेंगे, लेकिन इन्हें टिकट देने से गुरेज करेंगे। क्या इस तरह के दोहरे पैमाने को किसी भी राजनीतिक दल में स्वीकार किया जा सकता है? जवाब बिल्कुल स्पष्ट है, नहीं किया जा सकता है।
शाहनवाज हुसैन ने कहा कि मौजूदा स्थिति से यह साफ हो चुका है कि लालू यादव ने कांग्रेस पर दबाव बनाकर अपने बेटे तेजस्वी यादव को सीएम चेहरा घोषित करवा दिया है। वहीं, मुकेश सहनी ने दबाव बनाकर खुद को डिप्टी सीएम फेस घोषित करवा दिया। इसके अलावा, अन्य समुदाय के लोग मौजूदा समय में बिहार में खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। उन्हें ऐसा लग रहा है कि उनके साथ इन राजनीतिक दलों ने छलावा किया है।
वहीं, भाजपा नेता ने प्रधानमंत्री मोदी के बिहार आगमन पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर बिहार के लोग प्रधानमंत्री मोदी से बहुत प्यार करते हैं। जब कभी भी प्रधानमंत्री बिहार आते हैं तो प्रदेश में चौतरफा खुशी की लहर दौड़ जाती है। इसकी मूल वजह यह है कि प्रधानमंत्री ने हमेशा से ही बिहार के विकास से संबंधित कार्यों को विशेष प्राथमिकता दी है। इसी को देखते हुए बिहार के लोग हमेशा प्रधानमंत्री को विशेष सम्मान देते हैं।
साथ ही, शाहनवाज हुसैन ने राजद नेता तेजस्वी यादव के उस दावे को भी सिरे से खारिज किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि अब बिहार की जनता को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है।
इस पर उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव की बातों पर बिल्कुल भी विश्वास नहीं किया जा सकता है, क्योंकि प्रदेश की जनता इस बात को भलीभांति जानती है कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो आगामी दिनों में बिहार में ‘जंगलराज पार्ट 2’ देखने को मिल सकता है।
साथ ही, उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि ‘वोटर अधिकार यात्रा’ में जब राहुल गांधी बिहार आए थे तो उन्हें इस बात का भ्रम था कि कांग्रेस पार्टी देश की सबसे बड़ी पार्टी है, लेकिन राजद ने उनके इस भ्रम जाल को तोड़ दिया। अंत में कांग्रेस को घुटने टेकने पड़ गए। इसी को देखते हुए राहुल गांधी बिहार का नाम नहीं ले रहे हैं, लेकिन पप्पू यादव यह दावा करते नहीं थक रहे हैं कि बिहार में इस बार राहुल गांधी के नाम पर ही वोट मिलने जा रहा है। मौजूदा समय में बिहार में राहुल गांधी को किसी भी फैक्टर के रूप में नहीं देखा जा रहा है।
उन्होंने तेजस्वी यादव की तरफ से चुनाव प्रचार की प्रक्रिया शुरू करने पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि हुजूर ने आने में देर कर दी है। हम लोगों के तो कई मुख्यमंत्री और कई नेता बिहार में आ चुके हैं, लेकिन राजद और कांग्रेस के लोग आपस में ही लड़ रहे हैं। राजद और कांग्रेस एक-दूसरे को हराने में लगे हुए हैं। इन दोनों दलों का आपस में कोई गठबंधन नहीं है। इन दोनों दलों का गठबंधन सिर्फ कागज पर ही है, जिसे बिहार की जनता मौजूदा समय में किसी भी कीमत पर स्वीकार करने वाली नहीं है।
–आईएएनएस











