नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार रात आठ बजे राष्ट्र को संबोधित किया। उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पहली बार देश की जनता को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि दुनिया में जहां कहीं भी आतकवादी हमले होते हैं, उसके ताक पाकिस्तान से जुड़ते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा, “बहावलपुर और मुरीदके जैसे आतंकी ठिकाने, एक प्रकार से ग्लोबल टेररिज्म की यूनिवर्सिटीज रही हैं। दुनिया में कहीं पर भी जो बड़े आतंकी हमले हुए हैं, चाहे 9/11 हो, चाहे लंदन ट्यूब बॉम्बिंग हो, या फिर भारत में दशकों में जो बड़े-बड़े आतंकी हमले हुए हैं, उनके तार कहीं न कहीं आतंक के इन्हीं ठिकानों से जुड़ते रहे हैं। आतंक के बहुत सारे आका, बीते ढाई-तीन दशकों से खुलेआम पाकिस्तान में घूम रहे थे, जो भारत के खिलाफ साजिशें करते थे, उन्हें भारत ने एक झटके में खत्म कर दिया।”
उन्होंने कहा कि आतंकियों ने हमारी बहनों का सिंदूर उजाड़ा था, इसलिए भारत ने आतंक के ये हेडक्वार्ट्स उजाड़ दिए। भारत के इन हमलों में 100 से अधिक खूंखार आतंकवादियों को मौत के घाट उतारा गया है। जब पाकिस्तान में आतंक के अड्डों पर भारत की मिसाइलों ने हमला बोला, भारत के ड्रोन ने हमला बोला, तो आतंकी संगठनों की इमारतें ही नहीं, बल्कि उनका हौसला भी थर्रा गया।
पीएम मोदी ने कहा कि हमने आतंकी को मिट्टी में मिलाने के लिए सेना को खुली छूट दे दी है। हमने सिंदूर मिटाने की कीमत वसूल की।
सेना के शौर्य को सलाम करते हुए उन्होंने कहा कि हम सभी ने बीते दिनों में देश का सामर्थ्य और उसका संयम दोनों देखा। उन्होंने कहा, “मैं सबसे पहले, भारत की पराक्रमी सेनाओं को, सशस्त्र बलों को, हमारी खुफिया एजेंसियों को, हमारे वैज्ञानिकों को हर भारतवासी की ओर से सैल्यूट करता हूं।”
पीएम मोदी ने कहा कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश और विश्व को गहरे आघात पहुंचाया। छुट्टियां मना रहे निर्दोष नागरिकों को उनके धर्म के आधार पर पहचान कर, उनके परिवारों और बच्चों के सामने बेरहमी से मार देना, आतंकवाद की अमानवीयता और क्रूरता का बेहद भयावह रूप था।
उन्होंने कहा कि यह न केवल मानवीय मूल्यों पर हमला था, बल्कि हमारे सामाजिक सद्भाव को तोड़ने की एक नीच और कायरतापूर्ण कोशिश भी थी। मेरे लिए यह घटना व्यक्तिगत रूप से भी अत्यंत पीड़ादायक रही। इस हमले के बाद पूरे देश ने, हर राजनीतिक दल ने, एकजुट होकर आतंक के खिलाफ आवाज बुलंद की है।
पीएम मोदी ने कहा कि हमने अपनी सेनाओं को आतंकवाद का जड़ से सफाया करने के लिए पूरी छूट दे दी है। अब हर आतंकी और आतंकी संगठन को यह स्पष्ट संदेश मिल चुका है। हमारी बहनों और बेटियों की मांग का सिंदूर मिटाने की कोशिश का अंजाम बेहद घातक होगा।
–आईएएनएस