हिजाब विवाद की सरगर्मी के बीच कर्नाटक में कक्षा 10 तक के स्कूल कर्नाटक के उडुपी में सोमवार से 10वीं तक के स्कूल खुल गये,लेकिन 10वीं से 12वीं के कॉलेज राज्य में अभी भी बंद हैं।हिजाब विवाद के बीच आज सुबह 10वीं तक के स्कूल खुलने के बाद कई बच्चियां स्कूल पहुंचीं। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने पठन-पाठन का कार्य शांति और सौहार्दपूर्ण माहौल में पठन-पाठन का काम होने की उम्मीद जताई ।राज्य सरकार ने हिजाब-भगवा शॉल विवाद के मद्देनजर स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया था।
जिला पुलिस अधीक्षक ने उपायुक्त एम कुर्मा राव से हाईस्कूलों के आसपास के 200 मीटर के दायरे में धारा 144 लगाने का अनुरोध किया था। आदेश के अनुसार, स्कूलों के इस दायरे के भीतर पांच या इससे अधिक लोगों के एकत्रित होने पर रोक रहेगी। प्रदर्शन तथा रैलियों पर प्रतिबंध रहेगा। नारेबाजी करने, गीत गाने या भाषण देने पर सख्त पाबंदी रहेगी।
इससे पहले कर्नाटक में हिजाब विवाद मामले को लेकर किसी भी अप्रिय घटना को रोकने और प्रदेश में शांति व्यवस्था बनाए रखने को लेकर सीएम बसवराज बोम्मई ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए डीसी, एसपी और शिक्षा विभाग के वरीय अधिकारियों से बातचीत की थी।
कर्नाटक हाई कोर्ट के फैसले के बाद राज्य सरकार सरकार ने हाई स्कूलों को 14 फरवरी से खोलने का एलान किया था। हाई कोर्ट ने फैसला आने तक शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब, भगवा गमछा या धार्मिक पहचाने वाले किसी भी पोशाक के पहनने पर रोक लगा दी है।
हिजाब विवाद ने पूरे देश में राजनीतिक रंग ले लिया है। कर्नाटक में तो यह मुद्दा गरम है ही। ऐसे में राज्य विधानसभा के संयुक्त सत्र में भी इसको लेकर हंगामा होने के आसार हैं। यह सत्र 25 फरवरी तक चलेगा।
हिजाब विवाद के बीच नेताओं के बयान भी आ रहे हैं। एआईएमआईएम सांसद ओवैसी ने रविवार को कहा था कि एक दिन हिजाब पहनने वाली महिला इस देश की प्रधानमंत्री भी बनेगी। वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा कि देश संविधान के अनुसार चलता है न कि शरीयत के अनुसार।
———-इंडिया न्यूज़ स्ट्रीम