पटना । बिहार विधानसभा चुनाव के लिए महागठबंधन ने गुरुवार को मुख्यमंत्री चेहरे के रूप में राजद नेता तेजस्वी यादव और उप मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में वीआईपी के नेता मुकेश सहनी के नाम की घोषणा की है। इसे लेकर लोजपा (रामविलास) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा कि जिस तरह दबाव बनाकर घोषणा करवाई गई है, उससे साफ है कि तेजस्वी के सीएम चेहरे के नाम पर महागठबंधन में स्वाभाविक स्वीकार्यता नहीं है।
उन्होंने पटना में मीडिया से बातचीत में कहा, “इतना लड़कर, इतनी मिन्नतें करके, कहीं पर डर दिखाकर, कहीं पर दबाव बनाकर अगर आपको सीएम का चेहरा स्वीकार किया तो क्या स्वीकार किया? सीएम का चेहरा बनाने के लिए इन लोगों ने कांग्रेस के लोगों को कितना ब्लैकमेल किया। मुकेश सहनी द्वारा भी वही काम किया गया। उन्होंने तो उप उपमुख्यमंत्री के लिए सारे समझौते कर लिए।”
चिराग पासवान ने कहा कि इतना कुछ करके अगर आप बने तो इसका मतलब है कि स्वाभाविक स्वीकार्यता आपके चेहरे को लेकर नहीं है। उन्होंने एनडीए में मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर कहा कि हम लोग नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ रहे हैं। सामान्य प्रक्रिया का हिस्सा है कि विधायक बैठकर अपना नेता चुनेंगे, क्योंकि यहां पांच दल हैं। लोकतंत्र की मर्यादा भी यही कहती है।
उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि एनडीए में शामिल सभी दलों के विधायक 14 नवंबर के बाद एक बार फिर से नीतीश कुमार को नेता चुनेंगे और उनको मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि महागठबंधन ने एक चेहरे को सामने करने के लिए बाकी सभी चेहरों को हटा दिया, मुझे ताज्जुब है। कांग्रेस को यह कैसे स्वीकार हुआ कि प्रेस वार्ता में उनके किसी भी नेता की तस्वीर नहीं लगाई गई? उन्होंने कहा कि राजद को क्या दोष देना, जब उस प्रेस वार्ता में राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव की ही तस्वीर लगाना इन लोगों ने जरूरी नहीं समझा, यह अहंकार है।
–आईएएनएस