उत्तरप्रदेश: उत्तरप्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले सियासत का रुख तेजी से बदलता जा रह है। भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद ने चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। चंद्रशेखर गोरखपुर सदर से चुनाव लड़ना चाह रहे है। इसी सीट से सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी चुनाव लड़ने की घोषणा की है। इस स्थिती में चंद्रशेखर और योगी के बीच आने वाले चुनाव में दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल सकता है।
चंद्रशेखर आज़ाद के मुताबिक उनकी पार्टी छोटे दलों को एकजुट करते हुए 403 विधानसभाओं पर चुनावी मैदान में उतरेगी। चंद्रशेखर आज़ाद ने कहा कि हमारी पार्टी कितनी कामयाब होगी, ये प्रदेश की जनता जनार्दन तय करेगी।
उन्होंने सिर्फ़ सत्ताधारी बिजेपी ही नहीं बल्कि सभी विपक्षी दलों पर भी हमला बोला और दावा किया कि बीते पांच साल के दौरान किसी दल ने जनता के किसी मुद्दे को नहीं उठाया और न ही उनके लिए संघर्ष किया।
गोरखपुर सदर से साल 2017 में भाजपा के राधा मोहन दास अग्रवाल ने 60 हजार के अंतर से जीत दर्ज की थी। यह सीट 1989 से भाजपा के पास है। इससे पहले चंद्रशेखर सपा से गठबंधन करने गए थे,लेकिन बाद में वह समाजवादी पार्टी से गठबंधन से पीछे हट गए थे। गोरखपुर की 9 विधानसभा सीटों में से गोरखपुर सदर विधानसभा की सीट में सबसे ज्यादा 474 पोलिंग बूथ इस सीट में ही हैं। योगी आदित्यनाथ के गोरक्षनाथ मंदिर मंदिर पीठाधीश्वर बनने के बाद यह सीट उत्तर प्रदेश को प्रभावित करने वाली सीट बन गई है।
चंद्रशेखर आजाद ने कहा था कि अखिलेश यादव को दलित वोट की जरूरत नहीं है, इसलिए सपा और आजाद समाज पार्टी का गठबंधन नहीं होगा। उन्होंने कहा था कि हम अपने दम पर चुनाव लड़ेंगे और जिनके लिए सड़कों पर आंदोलन किए हैं, लाठियां खाई हैं, जेल काटी है उस जनता से अपील करेंगे कि नए लोगों को मौका दें।
———इंडिया न्यूज़ स्ट्रीम