नई दिल्ली : केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर कहा कि आज विश्व में 30 करोड़ लोग योग की प्रैक्टिस कर रहे हैं और 2015 से 2023 के बीच योग प्रैक्टिस करने वालों की संख्या 50 फीसदी बढ़ी है।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इसका श्रेय देते हुए कहा कि इस साल हम 9वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मना रहे हैं ।
श्री मोदीने 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने भाषण के दौरान योग का जश्न मनाने का प्रस्ताव रखा था। उन्होंने अपने संयुक्त राष्ट्र के संबोधन में 21 जून की तारीख का सुझाव दिया था, क्योंकि यह उत्तरी गोलार्ध में वर्ष का सबसे लंबा दिन है और दुनिया के कई हिस्सों में एक विशेष महत्व रखता है।
उन्होंने कहा कि आज विश्व में 30 करोड़ लोग योग की प्रैक्टिस कर रहे हैं और 2015 से 2023 के बीच संख्या दो गुनी होगयी है। प्रधानमंत्री जी के योग दिवस के शुरूआत के बाद महिलाओं में योग को लेकर नया रूझान देखने को मिला है। अमेरिका जैसे देशों में आज करीबन साढ़े तीन करोड़ लोग योगा प्रैक्टिस कर रहे हैं। आज ग्लोबल योगा इंडस्ट्री करीबन 100 बिलियन डॉलर क्रॉस कर चुका है और आने वाले समय में 12 से 15 फीसदी दर से बढेगा। उन्होंने कहा कि हमारे देश का योगा मार्केट करीबन 7 बिलियन डॉलर क्रॉस कर चुका है।एसोचैम इंडस्ट्री बॉडी ने यह कहा है कि देश में अगले 4-5 सालों में करीबन 5 लाख योगा टीचर की जरूरत पड़ सकती है।
2014 में भारत सरकार द्वारा आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी (आयुष) मंत्रालय की स्थापना की गई, जिसके प्रयासों से वैश्विक योग बाजार को बहुत जरूरी बढावा मिला।
भारत में विभिन्न शैक्षिक संस्थानों और कौशल विकास केंद्रों में “योग प्रशिक्षक और योग कल्याण प्रशिक्षक” पाठ्यक्रम में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। “योग प्रशिक्षक और योग कल्याण प्रशिक्षक” पाठ्यक्रम में प्रशिक्षण दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीणP कौशल योजना (डीडीयू-जीकेवाई) के तहत भी किया जा रहा है।
ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा चलाए जा रहे डीडीयू-जीकेवाई और ग्रामीण स्व-रोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) के केंद्रों पर सभी छात्रों को ये सिखाया जाता है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के दिन 1 हजार से ज़्यादा केंद्रों पर इसके कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है।
––इंडिया न्यूज स्ट्रीम