मुंबई: आयकर विभाग ने एक बड़े अभियान में एक प्रमुख इस्पात निर्माता के यहां छापेमारी की है और महाराष्ट्र और गोवा में 44 लक्षित परिसरों से करीब 175 करोड़ रुपये की बेहिसाबी आय का पता लगाया है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। अहमदनगर, नासिक, पुणे और गोवा में बुधवार को एक साथ छापेमारी का सिलसिला शुरू हुआ और आपत्तिजनक दस्तावेजों और डिजिटल सबूतों की बरामदगी के साथ जांच अभी भी जारी है।
आईटीडी ने कहा कि अब तक की गई जब्ती में संपत्ति में बेहिसाब निवेश, 3 करोड़ रुपये की नकदी, 5.20 करोड़ रुपये के आभूषण, 194 किलोग्राम की चांदी की वस्तुएं शामिल हैं, जिनकी कीमत लगभग 1.34 करोड़ रुपये है।
जांचकर्ताओं के अनुसार, यह सामने आया है कि समूह कुछ ‘फर्जी चालान जारीकर्ताओं’ से स्कै्रप और स्पंज आयरन की फर्जी खरीद की। छापे में कई फर्जी दस्तावेज पाए गए।
आईटीडी के अनुसार, ऐसे नकली चालान जारीकर्ताओं ने खुलासा किया है कि उन्होंने किसी सामग्री की नहीं, केवल बिल की आपूर्ति की और जीएसटी इनपुट क्रेडिट के दावे को सही दिखाने के मकसद से इसे वास्तविक खरीद के रूप में साबित करने के लिए नकली ई-वे बिल भी बनाए।
पुणे जीएसटी अधिकारियों की मदद से आईटीडी ने नकली ई-वे बिलों की पहचान करने के लिए एक ‘वाहन आंदोलन ट्रैकिंग एप’ तैनात किया।
अब तक, अधिकारियों ने विभिन्न पार्टियों से लगभग 160 करोड़ रुपये की फर्जी खरीद की पहचान की है और आगे की सत्यापन प्रक्रिया अभी भी जारी है।
आईटीडी ने छापे के परिसर से 3.50 करोड़ रुपये के सामान की कमी और 4 करोड़ रुपये का अतिरिक्त स्टॉक भी पाया, जिसे निर्धारिती (स्टील कंपनी) ने स्वीकार किया है।
आईटीडी ने कहा, “अब तक कुल 175.5 करोड़ रुपये की बेहिसाब आय का पता चला है, जिसमें नकद और आभूषण व फर्जी खरीद के बिल शामिल हैं, जिन्हें निर्धारिती ने कबूल किया है। आगे की तलाशी और जांच जारी है।”
–आईएएनएस