वाशिंगटन : भारतीय मूल के एक व्यक्ति पर भारतीय मूल के एक अन्य व्यक्ति के खिलाफ घृणा अपराध का आरोप लगाया गया है, जो शायद अपनी तरह का पहला मामला है।
कैलिफोर्निया के अभियोजकों ने 37 वर्षीय तेजिंदर सिंह पर नागरिक अधिकारों के हनन, हमले और आपत्तिजनक भाषा का उपयोग करके शांति भंग करने का आरोप लगाया है। वह हिरासत में नहीं है, लेकिन परिवीक्षा (प्रोबेशन) पर है और अदालत की तारीख का इंतजार है।
भारतीयों और भारतीय मूल के अमेरिकियों को नफरत वाली टिप्पणियों और यहां तक कि हिंसा के लिए भी निशाना बनाया गया है। कंप्यूटर इंजीनियर श्रीनिवास कुचिभोटला की 2017 में कंसास में एक व्यक्ति ने हत्या कर दी थी। बलबीर सिंह सोढ़ी 11 सितंबर, 2001 के आतंकवादी हमलों के खिलाफ प्रतिक्रिया में मारे गए पहले व्यक्ति थे। उन्हें एक बार फिर मध्य पूर्व के किसी व्यक्ति के लिए गलत समझा गया। सिख खुद को बार-बार निशाना बनाते हैं।
लेकिन कैलीफोर्निया में सोमवार की घटना शायद भारतीय मूल के किसी अमेरिकी पर किसी अन्य भारतीय मूल के व्यक्ति के खिलाफ घृणा अपराध करने का आरोप लगाने का पहला उदाहरण है। सिंह ने पीड़ित के धर्म, उसके जन्म के देश और उसके लोगों को चुना।
घटना की एक वीडियो रिकॉर्डिग में सिंह एक अन्य ग्राहक पर गुस्सा उतारते हुए दिखाई दे रहा है। यह घटना सोमवार को कैलिफोर्निया के एक टैको बेल रेस्तरां में हुई। ग्राहक की पहचान कृष्णन जयरामन के रूप में की गई।
सिंह ने जयरामन को बार-बार ‘गंदा गधा हिंदू’, ‘बदसूरत गधा हिंदू’ कहा। उसने भारतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को पंजाबी में गाली दी, जिनकी हत्या उनके सिख अंगरक्षकों ने कर दी थी।
सिंह ने जयरामन के ‘बीन बरिटोस’ के लिए ऑर्डर देने और शाकाहारी होने का मजाक उड़ाया। उसने बार-बार ‘खुले पैर की उंगलियों’ की ओर इशारा करते हुए जयरामन को ‘घृणित’ कहा।
उसने कहा, “मोजे पहना करो। कोई भी तुम्हारे बदसूरत पांव देखना नहीं चाहता है। तुम बदसूरत हो, घृणित और गंदे हो।”
सिंह ने जयरामन से यह भी कहा, “तुम ही लोग थे ईस्ट इंडिया कंपनी के सामने घुटने टेकने वाले, जिसने 200 से अधिक वर्षो तक भारत को अंग्रेजों का उपनिवेश बनाए रखा।”
उस व्यक्ति ने जयरामन को एच-1बी वीजा पर अमेरिका आने के लिए भी अपमानित किया।
जयरामन ने ट्विटर पर एक पोस्ट में लिखा, “मुझे गाली देने वाला काउंटर पर थूकता था, जहां खाना परोसा जा रहा था। टैको बेल के कर्मचारियों ने उसे कुछ कहा नहीं, खाना परोसना जारी रखा।” उसने पोस्ट का जवाब देने के लिए पुलिस को धन्यवाद किया।
फ्रेमोंट की घटना एक अन्य घटना के बाद हुई जिसमें भारतीय या भारतीय अमेरिकी घृणास्पद और अपमानजनक भाषा के निशाने पर थे।
एक मैक्सिकन-अमेरिकी महिला ने पिछले शनिवार को टेक्सास के प्लानो में भारतीय अमेरिकियों के एक समूह से कहा था, “भारत वापस जाओ, हम आपको यहां नहीं देखना चाहते।”
बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया। प्लानो पुलिस ने एक बयान में कहा, “यह घटना टेक्सास के कानूनों के अनुसार घृणा अपराध है। संघीय कानून पर आधारित घृणा अपराध भी हो सकती है और हम इस मामले पर एफबीआई, न्याय विभाग और नागरिक अधिकार विभाग के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।”
–आईएएनएस