पूसा । नई दिल्ली में किसानों से संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शिरकत की।
उन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि हाल ही में हमने राजस्थान के झुंझुनू के 30 लाख किसानों के खातों में फसल बीमा राशि जमा की, जो कुल 3,200 करोड़ रुपए थी, और जनवरी से जून तक यह राशि 11 हजार करोड़ रुपए तक पहुंच गई है। पहले, बीमा कंपनियां इन भुगतानों में देरी करती थीं। कभी-कभी एक साल या उससे भी ज्यादा समय लग जाता था। अक्सर, राज्य सरकारें समय पर अपना हिस्सा साझा नहीं करती थीं, जिससे और देरी होती थी। अब, हमने घोषणा की है कि भुगतान चुपचाप या गुप्त रूप से नहीं, बल्कि डिजिटल तरीकों से किया जाएगा ताकि सुनिश्चित हो सके कि कोई भी बीमा कंपनी किसानों का पैसा न रोक सके।
उन्होंने अमेरिका के टैरिफ के दबाव को लेकर कहा कि भारत किसी से डरता नहीं है, चाहे वह अमेरिका क्यों न हो। उसमें इतनी शक्ति नहीं है कि वह हमें हराए। किसान भाइयों को बिल्कुल चिंता करने की जरूरत नहीं है, सरकार उनके साथ है। भारत इतना बड़ा बाजार है, सब यहीं बन जाएगा। यूरोप-अमेरिका से ज्यादा हमारी आबादी है।
वहीं, एमएसपी कमेटी के सदस्य और भारतीय कृषक समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्णवीर चौधरी ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि कार्यक्रम में देशभर के राज्यों से किसान मौजूद रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत और अमेरिका के ट्रेड डील मुद्दे पर कहा था कि मैं अपने किसान भाइयों, पशुपालकों, मछुआरों के हितों की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता हूं। इससे देश के किसानों में अपार खुशी है। यह संदेश पूरी दुनिया में गया कि प्रधानमंत्री मोदी अपने किसानों के हितों को सबसे ऊपर रखते हैं। उनका आभार जताने के लिए किसान एकजुट हुए हैं।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता धर्मेंद्र मलिक ने कहा कि देश का किसान तीन माह से इस आशंका में था कि भारत और अमेरिका व्यापार समझौतों में पीएम किसानों के हितों से समझौता कर सकते हैं। ऐसे में देश के किसानों की रक्षा करनी चाहिए। इसके लिए पत्र भी लिखा गया था। लेकिन, पीएम के बयान से आशंका दूर हो गई।
—आईएएनएस