लखीमपुर खीरी: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले से सनसनीखेज मामला सामने आया है। निघासन कोतवाली क्षेत्र में दो नाबालिग दलित सगी बहनों का शव गन्ने के खेत में पेड़ पर लटकता मिला। खेत में काम पर जा रहे ग्रामीणों ने जब शव देखा तो सकते में आ गए। ग्रामीणों ने आनन-फानन में इसकी सूचना लड़कियों को परिजनों और पुलिस को दी। जानकारी होते ही पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए। ग्रामीणों ने तीन युवकों पर अगवा कर हत्या का आरोप लगाते हुए निघासन चौराहे को जाम कर दिया। हालांकि एसपी के समझाने पर ग्रामीणों ने जाम खोल दिया।
जिला मुख्यालय पर डा. राजेंद्र, डा. ओवैस अहमद और डा. अर्चना के पैनल ने दोनों शवों के पोस्टमार्टम किए। इस दौरान वीडियोग्राफी भी कराई गई। पोस्टमार्टम के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर भारी पुलिस बल मौजूद रहा। एसपी संजीव सुमन और एडिशनल एसपी अरुण कुमार समेत कई सीओ और इंस्पेक्टर पूरे समय मौजूद रहे।
दोनों सगी दलित बहनों की मां ने पुलिस पर पिटाई करने का आरोप लगाया है। मृतका की मां ने कहा कि जब वह और उनके पति निघासन पुलिस चौकी पुलिस चौकी में मदद के लिए पहुंचे तो उन्हें मारा गया। मां का आरोप है कि महिला पुलिस कर्मियों ने उसे आधे घंटे तक मारा और उसके पति को भी पीटा। पुलिस ने हमें वहां से भगा दिया गया कि यहां पुलिस चौकी में तुम्हारी कोई बेटी नही है, जाओ यहां से।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार मौके पर पहुंचें। लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में 6 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।इन पर पॉक्सो एक्ट के तहत रेप और हत्या की धाराएं लगाई गई हैं।
कांग्रेस: राहुल गांधी ने कहा, “बेहद विचलित करने वाली घटना है। बलात्कारियों को रिहा करवाने और उनका सम्मान करने वालों से महिला सुरक्षा की उम्मीद की भी नहीं जा सकती। हमें अपनी बहनों-बच्चियों के लिए देश में एक सुरक्षित माहौल बनाना ही होगा।’ प्रियंका गांधी बोलीं- आखिर यूपी में महिलाओं के खिलाफ जघन्य अपराध क्यों बढ़ते जा रहे हैं?
बहुजन समाज पार्टी: मायावती ने कहा, “ऐसी दुःखद व शर्मनाक घटनाओं की जितनी भी निन्दा की जाए वह कम है। यूपी में अपराधी बेखौफ हैं, क्योंकि सरकार की प्राथमिकताएं गलत हैं।’
———- इंडिया न्यूज़ स्ट्रीम